मेरठ न्यूज़: वायु प्रदूषण को लेकर एनजीटी के सख्त रुख को देखते हुए प्रशासन ने फैक्ट्री संचालकों पर चाबुक चला रखा है। प्रदूषण विभाग के कानून को लेकर उद्यमियों ने पुलिस और प्रशासन की बैठक में कड़े शब्दों में कहा कि या तो प्रदूषण का काला कानून वापस ले लो नहीं तो फैक्ट्रियां बंद करा दो। कहा कि डीजल वाहनों और नगर निगम के कारण वायु प्रदूषण रिकार्ड तोड़ रहा है लेकिन प्रदूषण विभाग और प्रशासन की निगाह उन पर नहीं जाती है। परतापुर इंडस्ट्रीयल एस्टेट मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन पीमा की उद्योग मंदिर में एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें एसडीएम सदर ओजस्वी राज, सीओ ब्रहमपुरी ब्रजेश कुमार उपस्थित रहे। सभा का संचालन सचिव नितिन कपूर ने किया। सभा को सम्बोधित करते हुये पीमा अध्यक्ष निपुण जैन ने कहा कि परतापुर इंडस्ट्रीयल एस्टेट बहुत पुरानी है। जिसकी स्थापना 1964 में हुई थी तथा बड़ी कठिनाइयों के पश्चात उद्योगों के हालात सुधरे हैं।
परन्तु आज एक बार फिर प्रदूषण के काले कानून ने सभी उद्यमियों को सोचने के लिये मजबूर कर दिया है। क्या वह उद्योगों को चलायें या बंद करके चलें जायें जबकि उद्योगों से बहुत ही कम प्रदूषण होता है। अधिक प्रदूषण तो पराली जलाने, डीजल वाहनों सड़क निर्माण में होने वाले धूल व कचरा तथा नगर निगम द्वारा कूड़ा व कचरा न उठाने से होता है। प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिये न कि उद्योगों पर कोई कार्रवाई करे। अध्यक्ष निपुण जैन ने मेरठ में यतायात समस्या पर ट्रैफिक पुलिस का ध्यान न देना अपितु अन्य गाड़ियों की चेकिंग में लगे रहना तथा नगर निगम द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में सफाई न होने की समस्या पर ध्यान दिलाया। एसडीएम सदर ओजस्वी राज ने सभा को सम्बोधित करते हुये आश्वासन दिया कि वे परतापुर औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण करने के लिये शासन स्तर से पूर्ण प्रयास करेंगे।
विशेष रुप से इंडस्ट्रीयल एस्टेट से कूड़ा नियमित उठवाने के लिये नगर निगम से प्रयास करेंगें। सीओ ब्रह्मपुरी ब्रजेश कुमार ने आश्वासन दिया कि दिल्ली रोड की यातायात व्यवस्था पर ध्यान देते हुये उसमे उचित सुधार करेगें तथा दिल्ली रोड के अतिक्रमण को भी हटवाने का यथासंभव प्रयास किया जायेगा। सभा में केके नारंग, राजीव सिंघल, अश्वनी गेरा, हरिओम गोयल, प्रशांत जैन, उदित जैन, रवि एलन, अनुराग गुप्ता एवं काफी संख्या में उद्यमी उपस्थित रहे।