पिछले दो लोस चुनाव में अलीगढ़-हाथरस सीट पर 14 प्रत्याशी ही नोटा से जीते
लोस व विस चुनाव में 60 प्रतिशत प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिल पाए
अलीगढ़: 2014 से चुनाव आयोग द्वारा दिया नोटा का विकल्प मतदाताओं का खूब भा रहा है. अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले लोकसभा चुनाव रहे हों या फिर विधानसभा चुनाव. इन चुनाव में प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले हैं. अलीगढ़-हाथरस सीट पर दो लोकसभा चुनाव में सिर्फ 14 प्रत्याशी ही नोटा से जीत पाए हैं. वहीं लोस व विस चुनाव में 60 प्रतिशत प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिल पाए.
2014 व 20 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो अलीगढ़ व हाथरस संसदीय क्षेत्र से कुल 45 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे, इन चुनावों में 14 प्रत्याशी ही नोटा से जीत पाए थे. अन्य प्रत्याशी 63 वोट पाने वाले नोटा से हार गए. सांसद और विधायक बनने की चाह रखने वाले 114 दावेदारों को नोटा से भी कम वोट मिले थे. 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों का भी यही हाल रहा. जिले की सात विधानसभा क्षेत्रों में इन चुनावों में कुल 7 प्रत्याशी चुनाव लड़े, मगर 58 ही नोटा से ज्यादा वोट प्राप्त कर सकें. 79 प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले. इससे साफ है कि जिले के लोगों की पसंद ईवीएम है.आधे से ज्यादा प्रत्याशी नोटा से ज्यादा तो दूर बराबर भी वोट हासिल नहीं कर सके.
अलीगढ़ लोकसभा सीट:
20-14 प्रत्याशी
भाजपा 6,56,215
बसपा 4,26,954
कांग्रेस 50,346
नोटा 6,2
2014-14 प्रत्याशी
भाजपा 5,14,554
बसपा 2,27,884
सपा 2,26,284
कांग्रेस 62,674
नोटा 6,3