छापेमारी में अवैध नशा मुक्ति केंद्र का खुलासा

केंद्र में इलाज करा रहे 45 लोगों को घर भेज दिया गया.

Update: 2024-05-08 08:11 GMT

गाजियाबाद: पलवल कैंप थाना पुलिस ने रामनगर में अवैध तरीके से चल रहे नशा मुक्ति केंद्र का भंडाफोड़ किया है. केंद्र संचालक के पास नशा मुक्ति केंद्र चलाने का लाइसेंस नहीं मिला. संचालक द्वारा मरीजों के परिजनों से छह हजार प्रतिमाह वसूले जा रहे थे और उपचार के लिए भी नियमानुसार माकूल बंदोबस्त नहीं थे. पुलिस ने आरोपी संचालक दयालपुर गांव निवासी अजब सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी फरार चल रहा है. केंद्र में इलाज करा रहे 45 लोगों को घर भेज दिया गया.

पुलिस के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक सरफराज से पुलिस को सूचना मिली थी कि रामनगर में अवैध रूप से एक नशा मुक्ति केंद्र चलाया जा रहा है. संचालक ने स्वास्थ्य विभाग या जिला प्रशासन से कोई लाइसेंस नहीं लिया हुआ है. सूचना के आधार पर पुलिस ने मौके पर जाकर छापेमारी कर दी. छापेमारी के दौरान जब पुलिस ने संचालक से नशा मुक्ति केंद्र का लाइसेंस मांगा तो वह दिखा नहीं पाया. इसके अलावा उससे कुछ और कागजात मांगे गए. लेकिन, वह किसी भी तरीके का कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका. पुलिस ने अंदर जाकर देखा तो वहां पर 45 लोग मौजूद थे. सभी को नशा छुड़ाने के लिए रखा गया था. जब पुलिस ने वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने पुलिस को बताया उन सब को उनके परिवार वालों ने यहां भेजा हुआ है. केंद्र संचालक द्वारा प्रति माह पांच से छह हजार रुपये लिए जा रहे हैं. यहां लोगों को तीन माह तक नशा छुड़ाने के लिए रखा जा रहा था. कोई लाइसेंस या दस्तावेज न मिलने पर पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

Tags:    

Similar News

-->