आईआईएमटी ने छात्रों के भविष्य से किया खिलवाड़, 300 से अधिक छात्रों को किया फेल
मेरठ न्यूज़: गंगानगर मेन डिवाइडर रोड स्थित आईआईएमटी विश्वविद्यालय लगातार किसी न किसी बात को लेकर सुर्खियों में बना रहता है। कभी विश्वविद्यालय परिसर में गोलीबारी की घटनाएं होती है तो कभी जानलेवा हमले की घटना। अब छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बृहस्पतिवार को ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमें बी फार्मा और डी फार्मा के छात्रों ने विश्वविद्यालय के अंदर जमकर हंगामा किया। छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हीं के विभाग के लगभग 300 से अधिक छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा फेल कर दिया गया है। छात्रों का सीधा सीधा आरोप है कि बिना कॉपी चेक किए ही छात्रों को फेल कर दिया गया है और छात्रों की कोई भी बात सुनी नहीं जा रही है। विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर द्वारा छात्रों के परिजनों को अपशब्द कहे गए। छात्रों का सीधा सीधा यह भी आरोप है कि विश्वविद्यालय में मौजूद वीसी के निजी बाउंसरों ने बंधक बनाकर उनकी पिटाई भी की और उन्हें दो घंटे तक विश्वविद्यालय के मेन गेट का ताला लगाकर बंधक बना लिया।
छात्रों ने मांग की है कि सभी छात्रों को पास किया जाए, नहीं तो हम जब तक धरना-प्रदर्शन करेंगे, जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती। वहीं इस पूरे मामले में छात्रों को बंधक बनाने की खबर जैसे ही सहपाठी छात्रों को लगी तो आईआईएमटी के मेन गेट को तोड़ने का प्रयास किया गया। तोड़फोड़ की आशंका देखते हुए ताला खोलकर छात्रों को बाहर निकाला गया। जिसके बाद छात्रों ने आईआईएमटी के सामने रोड पर बैठकर जमकर नारेबाजी की आईआईएमटी मुदार्बाद के नारे लगाए। नारेबाजी होते ही हथियारों से लैस निजी बाउंसर ने छात्रों को उठाना शुरू कर दिया। छात्रों की भीड़ को देखकर बाउंसर वापस अंदर लौट गए। आईआईएमटी विश्वविद्यालय प्रशासन पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। बता दें कि इसे पहले भी आईआईएमटी विश्विद्यालय में कई फर्जीवाड़े के खुलासे हुए चाहे वो पूर्व में रहे वीसी की फर्जी डिग्री का मामला रहा हो या छात्रों को फेल करने का। पूरे मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन कुछ बोलने को तैयार नहीं है। छात्रों की सीधी मांग है कि उनकी कॉपी दोबारा चेक करा दी जाए, लेकिन आईआईएमटी विश्वविद्यालय छात्रों की मांग मानने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है।
हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन सवाल छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ का था, छात्रों ने चेतावनी दी यदि उनकी मांग भी मानी गई तो छात्र संघ आंदोलन के लिए मजबूर होगा। प्रदर्शन करने वालों में लोकेश ठाकुर, अंकित, नमन, रचित, शिखा, विजय, प्रफुल्ल आदि छात्र मौजूद रहे।