एंबुलेंस को रास्ता नहीं दिए तो होगा जेल, कैमरे के मदद से होगी करवाई
एंबुलेंस में कोई सैर के लिए नहीं जाता है, यह सभी जानते हैं। लेकिन, फिर भी खुद की आदतों से दूसरे का जीवन संकट में डाल देते हैं।
एंबुलेंस में कोई सैर के लिए नहीं जाता है, यह सभी जानते हैं। लेकिन, फिर भी खुद की आदतों से दूसरे का जीवन संकट में डाल देते हैं। यही वजह है कि एंबुलेंस के बजते हूटर के बाद भी नहीं हटने वालों पर अब पुलिस केस दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई करेगी। शहर के तकरीबन सभी रोड पर सीसीटीवी कैमरे लगे है, जिसकी मदद से पुलिस शिकंजा कसेगी। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, एंबुलेंस व अग्निशमन की गाड़ी, यह सब इमरजेंसी सेवा वाहन होते हैं। इनके लिए तेज आवाज का हूटर होता है और यह माना जाता है कि हूटर की आवाज सुनकर लोग हट जाते हैं। मगर, गोरखपुर में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें रोड पर जगह होने के बावजूद एंबुलेंस को रास्ता नहीं दिया गया।
ऐसी शिकायतें सामने आने के बाद एसएसपी ने इसे गंभीरता से लिया है। एसएसपी ने आईटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट) के कैमरों की मदद से ऐसे वाहनों के नंबर को ट्रेस किया जाएगा और फिर केस दर्ज कर आरोपित को जेल भी भेजा जाएगा।
हो सकती है दो साल की सजा
आपके के ऐसे काम जिससे मानव जीवन संकट में आ जाए, तो दो साल तक की सजा का प्रावधान होता है। यह समझौता योग्य अपराध नहीं माना जाता है। पुलिस इसी के तहत कार्रवाई करेगी। साथ ही पुलिस अब सख्ती से इस नियम का पालन कराएगी।
दस हजार रुपये जुर्माना का प्रावसावधान: एंबुलेंस को रास्ता नहीं दिए तो जाएंगे जेल, सीसीटीवी कैमरे की मदद से दर्ज होगा केस
धान
एंबुलेंस को रास्ता न देने पर 10 हजार रुपये जुर्माना का प्रावधान पहले से ही है। इसके तहत पुलिस कई बार कार्रवाई भी की है, लेकिन लोगों में सुधार नहीं आया है। इसी वजह से केस दर्ज करने का फैसला लिया गया है।
एक से अधिक बार तोड़े नियम तो भी दर्ज होगा केस
आईटीएमएस की मदद से एक ऐसा आंकड़ा भी जुटाया जा रहा है, जो एक से अधिक बार नियम तोड़े हों। दो बार से अधिक नियम तोड़ने वालों पर भी पुलिस केस दर्ज कर कार्रवाई करेगी। ऐसे लोगों का डाटा एसएसपी के आदेश पर जुटाया जा रहा है। इसके बाद इस पर कार्रवाई तेज कर दी जाएगी।
एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने कहा कि एंबुलेंस को रास्ता न देने वालों पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। आईटीएमएस की मदद से ऐसे लोगों की फोटो कैद हो जाएगी और फिर केस दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।