Kanpur कानपुर: बाबूपुरवा थाना क्षेत्र में एक दुखद घटना घटी। गोंडा से पिता की अस्थियां लेकर कानपुर आए युवक की बस स्टैंड पर यात्रियों की भारी भीड़ के बीच बस पकड़ने के प्रयास में कुचलकर मौत हो गई। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस उसे अस्पताल ले गई जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने घटना की जानकारी परिजनों को दी तो चीख पुकार मच गई। गोंडा के थाना परसापुर के मऊ नगर धनावा निवासी 45 वर्षीय रामसूरत दर्जी का काम करते थे। परिवार में पत्नी रीना और पांच बच्चे हैं।
फूलबाग निवासी उनके चचेरे भाई मनोज ने बताया कि उनके चाचा श्याम नारायण की पिछले रविवार को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। जिसके बाद राममूरत अपने पिता की अस्थियां गंगा में विसर्जित करने के लिए मंगलवार दोपहर गोंडा से बस से आए थे। मनोज के मुताबिक इसके बाद वह, उनकी पत्नी गुड़िया और चचेरे भाई राममूरत शाम करीब सात बजे गुप्तार घाट पहुंचे। यहां सभी रस्में पूरी करने के बाद वे साढ़े नौ बजे चले गए। मनोज के मुताबिक जाते समय रामसूरत आगे चला गया। इसके बाद मोबाइल न होने के कारण उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद वे लोग फूलबाग घर लौट आए। उन्हें लगा कि वह गोंडा जाने वाली बस से लौट आया होगा।
इसके बाद बुधवार सुबह पता चला कि प्रयागराज महाकुंभ में जाने के लिए झकरकटी बस स्टैंड पर यात्रियों की भारी भीड़ है। इस दौरान गोंडा जाने वाली बस पकड़ने के लिए यात्रियों की अफरातफरी के बीच बस के पहिए के नीचे आकर रामसूरत की मौत हो गई। इस पर लोगों ने चालक को पकड़ लिया। बाबूपुरवा थाना प्रभारी अजय द्विवेदी के मुताबिक बस से कुचलने से युवक की मौत हुई है। परिजनों को सूचना देने के बाद उसका पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद वे शव लेकर गोंडा चले गए। परिजन कोई तहरीर देंगे तो कार्रवाई की जाएगी।