वाराणसी: नगर निगम जीआईएस सर्वेक्षण के आधार पर गृहकर का निर्धारण कर पीली नोटिस जारी कर रहा है. दस गुना तक कर निर्धारण से शहरवासियों में चिंता है. एकबारगी उनका ब्लडप्रेशर (बीपी) बढ़ जा रहा है.
कुल 1.17 लाख पीली नोटिस तैयार की गई हैं जिनमें 25 हजार से ज्यादा जारी हो चुकी हैं. हालांकि नोटिस में लिखी राशि अंतिम नहीं है लेकिन ज्यादातर नोटिसों में कर निरीक्षकों ने तारीख नहीं लिखी है और न ही आपत्ति दर्ज कराने के बारे में स्पष्ट जानकारी दी जा रही है. लोगों का कहना है कि कर्मचारी नोटिस थमाकर चले जा रहे हैं. पिछले माह मिनी सदन में जीआईएस सर्वे निरस्त करने की मांग भी उठी थी.
अवधगर्वी निवासी कृष्ण चंद्र विश्वकर्मा ने कहा कि मेरा मकान 420 वर्गफुट है जबकि नोटिस में 500 वर्गफुट दिखाया गया है. घसियारीटोला के पार्षद बबलू शाह ने कहा कि जीआईएस सर्वेक्षण निरस्त होना चाहिये.
सदन में भी इसका विरोध हुआ था. पांच छह गुना ज्यादा टैक्स लगाकर नोटिस का कोई अर्थ नहीं है. हुकुलगंज के पार्षद बृजेशचंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि जीआईएस के आधार पर कर निर्धारण की नोटिस से लोग परेशान हैं. इस सर्वे को निरस्त होना चाहिए.