हादसे रोकने को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर लागू होगा हाईटेक वायरलेस सिस्टम, जानें कैसे काम करेगा
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हादसे होने की सूरत में सुरक्षा व चिकित्सा का रिस्पांस टाइम तीन मिनट और कम होगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हादसे होने की सूरत में सुरक्षा व चिकित्सा का रिस्पांस टाइम तीन मिनट और कम होगा। इसके लिए हाईटेक एडवांस्ड वायरलेस सिस्टम लगने जा रहा है। इसके कारण हादसे की जानकारी कंट्रोल रूम से वायरलेस के जरिए पुलिस थाने, एम्बुलेंस, क्रेन व निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक साथ पहुंच जाएगी। इससे अपेक्षाकृत कम समय में आपात सेवाएं हादसे स्थल पर उपलब्ध हो जाएंगी।
अभी एक्सप्रेसवे पर हादसे होने की सूरत में कंट्रोल रूम से अलग अलग सेवाओं के लिए सूचना अलग अलग भेजी जाती है। इस कारण जरूरी सेवाओं का रिस्पांस टाइम अपेक्षाकृतज्यादा हो जाता है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने अब जीएसएम आधारित 4जी/5जी वाईफाई एंडरायड कम्यूनिकेशन आधारित वायरलेस सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया है। इस पर लगभग एक करोड़ रुपये खर्च आएगा। एक्सप्रेसवे पर यह सिस्टम लागू करने वाला यूपी पहला राज्य होगा। रिलायंस जियो इसके लिए संचार नेटवर्क उपलब्ध करवाएगा। यूपीडा ने हादसे के बाद घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए एक्सप्रेसवे के निकटतम वाले 57 पीएचसी व सीएचसी चिन्हित किए हैं। किसी भी सूचना पर कम से कम समय में घायलों को वहां पहुंचाया जा सकता है। एम्बुंलेंस पहुंचने का काम भी तेजी से हो सकेगा। इसके अलावा एक्सप्रेसवे पर सुचारू रूप से यातायात संचालन के लिए एडवांस आटो ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाया जा रहा है। 350 कैमरों व स्पीडोमीटर के जरिए ओवर स्पीड वाले वाहनों का चिन्हित किया जा रहा है।
-पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर एक नोडल अधिकारी, 3 मुख्य सुरक्षा अधिकारी, 8 सुरक्षा अधिकारी, 16 सहायक सुरक्षा अधिकारी, 192 पूर्व सैनिक व 63 वाहन चालक रखे गए हैं।
-एक्सप्रेसवे पर 8 पेट्रोल पंप बनाए जा रहे हैं। इन्हीं पेट्रोल पंप,फूड प्लाजा, जनसुविधा परिसर में भी एटीएम लगेंगे ।