Gorakhpur: भूमाफिया ने नजर अब शत्रु संपत्ति पर भी पड़ी

भू-माफिया ने शत्रु संपत्ति की करा दी चकबंदी

Update: 2024-09-16 07:19 GMT

गोरखपुर: सीलिंग की जमीनों की खरीद-बिक्री कराने के बाद भूमाफिया ने अब शत्रु संपत्ति पर भी नजर गड़ा दी है. ऐसा ही एक मामला चौरीचौरा के बहरामपुर गांव में सामने आया है. जालसाजों ने यहां मिली भगत कर करीब आठ एकड़ शत्रु संपत्ति की पहले चकबंदी कराई गई फिर प्लाटिंग कर बिक्री की तैयारी शुरू हो गई. इसी बीच बहरामपुर के ही एक निवासी ने एनमी प्रापर्टी ऑफ इंडिया कस्टोडियन से लिखित शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग कर दी.

शिकायत पर जिलाधिकारी ने एक कमेटी बनाकर जांच शुरू करा दी. प्रारम्भिक जांच में मामला सही मिलने पर जिलाधिकारी ने कस्टोडियन और तहसील प्रशासन से पूरी रिपोर्ट तलब की है. इसके साथ ही डीएम ने पूरे रकबे को खतौनी में बतौर शत्रु संपत्ति दर्ज करने को कहा है. डीएम द्वारा जांच कराए जाने के बाद से बहरामपुर गांव में हड़कंप मच गया है. जानकारों का कहना है कि शत्रु संपत्ति के कुछ हिस्से की रजिस्ट्री भी हो चुकी है.

शिकायत के मुताबिक, बहरामपुर की करीब आठ एकड़ जमीन देश के विभाजन से पहले फातिमा बेगम के नाम थी. विभाजन के समय फातिमा पाकिस्तान चली गईं. 1999 के पहले तक संपत्ति अधिकारी द्वारा निरंतर इस संपत्ति की जानकारी शासन को भेजी जाती थी. इसके बाद तत्कालीन चकबंदी अधिकारी की मिलीभगत से भू-माफिया ने वरासत करा ली. हालांकि अभी नामांतरण नहीं हुआ है.

पांच साल में 16 शत्रु संपत्तियां चिन्ह्ति शासन से निर्देश के बाद जिले में शत्रु संपत्तियों का नए सिरे से सर्वे हो रहा है. पांच साल पहले हुए सर्वे में 16 वाणिज्यिक और आवासीय संपत्तियां चिह्नित की गईं थीं. संपत्तियों का कुल क्षेत्रफल 21.96 एकड़ है. अधिकतर संपत्तियां सदर तहसील क्षेत्र में हैं.

शत्रु संपत्ति पर कब्जे की शिकायत मिली है. जांच कराई गई है. नए सिरे से सर्वे भी कराया जा रहा है. संपत्ति को मूल खाते में दर्ज कराने के साथ ही दोषियों पर कार्रवाई होगी.

-कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी

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