Gorakhpur: एजेंसी को ओसीआर बिल बनाने का निर्देश

ओसीआर तकनीक से जनरेट होगा बिल

Update: 2024-08-31 06:42 GMT

गोरखपुर: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड गोरखपुर जोन-एक और दो में ओसीआर (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन) के तहत बिजली बिल जनरेट करेगा. निगम ने बिलिंग करने वाली एजेंसी को ओसीआर बिल बनाने का निर्देश दिया है. इसे लेकर मुख्य अभियंता ने सभी अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि इसकी निगरानी की जाए.

अब तक मीटर रीडर मैनुअल तरीके से रीडिंग के आधार पर बिल जेनरेट कराते थे. इसके अलावा कई बार लोगों की यह भी शिकायत रहती थी कि बिल घर बैठे ही जनरेट कर दिया गया है. लेकिन अब नई व्यवस्था में मीटर रीडर के मीटर की फोटो खींचते ही उपभोक्ता के पास बिजली बिल पहुंच जाएगा. उसी रीडिंग के आधार पर ही बिल जेनरेट होगा.

मुख्य अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि जोन में पहली बार बिलिंग कार्य में ओसीआर व्यवस्था शुरू होने जा रहा है. शहरी क्षेत्र में इसका ट्रायल चल रहा है. इस व्यवस्था में मीटर रीडिंग एवं डिमांड की फोटो खीचते ही ऑटोमैटिक रीडिंग एवं डिमांड अंकित हो जाएगी. साथ ही बिल रीडिंग के अनुसार बन जाएगा. इससे उपभोक्ताओं के बिल गलत नहीं होंगे. साथ ही पारदर्शिता भी रहेगी.

अभी तक यह थी व्यवस्थाअब तक मीटर रीडर किसी उपभोक्ता के घर जाता था. तो वहां पर पहले मीटर की फोटो खींचता था. फिर अपने फोन पर मैनुअल तरीके से मीटर में शो होने वाली रीडिंग को भरता था. इस दौरान कई बार मीटर रीडर खेल कर देते थे. इसकी शिकायत भी होती रहती थी. लेकिन, अब रीडर द्वारा मीटर की फोटो खींचने के बाद रीडिंग से संबंधित कोई भी मैनुअल इंट्री नहीं की जाएगी. मीटर की फोटो खींचते ही रीडिंग के आधार पर बिल जेनरेट हो जाएगा और उसकी कॉपी पहले की तरह उपभोक्ताओं को मिल जाएगी.

लोड बढ़ाए बिना चला रहे एसी, लगेगा जुर्माना: जिन घरों में बिना लोड बढ़ाए एसी लगाए गए हैं, उनकी जांच बिजली निगम करेगा. जांच के दौरान जुर्माना लगाते हुए लोड बढ़ाया जाएगा. इसके लिए लाइनमैन और अवर अभियंता को जिम्मेदारी सौंपी गई है. बिजली निगम के अभियंताओं का कहना है कि इस बार गर्मी में जिले में 20 से 25 हजार एसी अतिरिक्त लगाए गए हैं, लेकिन ज्यादातर उपभोक्ताओं ने इसकी सूचना बिजली निगम को नहीं दी है. मुख्य अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव ने कहा कि उपभोक्ता यदि एसी या इस तरह के ज्यादा क्षमता के उपकरण लगाते हैं तो उन्हें इसकी जानकारी निगम को जरूर दें, जिससे की कनेक्शन की क्षमता बढ़ाई जाए.

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