Gonda: विवादों से घिरे थाना व चौकी प्रभारियों पर कार्यवाही ना किए जाने से एसपी की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
Gonda गोण्डा। विवादों से घिरे घटना से ओतप्रोत थाना व चौकी प्रभारियों के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक Police Officer द्वारा कार्यवाही ना किए जाने से जनपद में पुलिस अधीक्षकPolice Officer की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगने लगा है। विगत लोकसभा चुनाव के बाद दो शिफ्ट में हुए इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर्स के ट्रांसफर में जनपद के भीतर काफी फेरबदल किया गया। लेकिन बड़ी बात यह रही कि जो थाना व चौकी घटना से उत्प्रोत होते हुए समस्याओं के निस्तारण में फिसड्डी हैं तथा लगातार विवादों से घिरे हैं। फिर भी पुलिस अधीक्षक गोंडा विनीत जायसवाल की निगाह से दूर कैसे हैं ? क्या इस संबंध में जिले के को जानकारी नहीं है,या जानबूझकर इनको किसी बड़ी पहुंच वालों का संरक्षण प्राप्त है अथवा विभागीय संरक्षण में इनके विरुद्ध कार्यवाही नहीं हो रही है। ऐसे कई अनसुलझे प्रश्न पुलिस अधीक्षक द्वारा किए गए तबादले के बाद सवालों के साथ जन्म ले रहे हैं। इसी क्रम में सर्वप्रथम प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर,पुलिस क्षेत्राधिकारी तरबगंज तथा चौकी प्रभारी मछली बाजार, थाना अध्यक्ष नवाबगंज व चौकी प्रभारी कस्बा कर्नलगंज प्रमुख हैं। इन पर मेहरबानी काफी चर्चा में है। सीओ सर्किल तरबगंज में ऐसे कई अनसुलझे विवाद पुलिस क्षेत्राधिकारी की ढुलमुल नीति के कारण पड़े हुए हैं।जिनका काफी प्रयास के बावजूद हल नहीं हो पा रहा है। फिर भी बार-बार ट्रांसफर पोस्टिंग में पुलिस क्षेत्राधिकारी का नाम शामिल नहीं हो रहा है। पुलिस मुखिया
ठीक इसी प्रकार कोतवाली नगर के प्रभारी निरीक्षक पूर्व थाना प्रभारी कैसरगंज से लेकर गोंडा की नगर कोतवाली तक अपने तैनाती को लेकर सुर्खियों में रहे और उनकी जनपद में ही थाना कटरा बाजार अंतर्गत करोड़ों की निजी पैतृक संपत्ति भी है। फिर भी पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यवाही न करने से एस पी की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। ठीक इसी प्रकार कोतवाली मनकापुर के चौकी प्रभारी मछली बाजार व कोतवाली कर्नलगंज के चौकी प्रभारी कस्बा कर्नलगंज लगातार अपनी कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में बने हैं और विगत पिछले काफी दिनों से एक ही थाना क्षेत्र में तैनात हैं तथा इनकी ढुल-मुल नीति के कारण चौकी क्षेत्र में चोरी,सीना जोरी, मारपीट,जमीन कब्जेदारी के साथ अवैध लकड़ी कटान की अनेकों घटनाएं हो चुकी हैं और लगातार सुर्खियों में रह चुके हैं। फिर भी पुलिस अधीक्षक द्वारा इनके विरुद्ध कार्यवाही न किए जाने से निष्पक्ष कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो रहा है। इस संबंध में जब पुलिस अधीक्षक गोंडा विनीत जायसवाल से बात करने का प्रयास किया गया तो बात नहीं हो पाई।