गाजियाबाद: समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार का किसान मजदूर विरोधी चेहरा उजागर हो गया है. जिस देश में 85 प्रतिशत किसान, मजदूर देश के निर्माण में महती भूमिका निभाते है उन पर सरकार चाबुक चला रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद कंगना रनौत ने देश के रीढ़ कहे जाने वाले अन्नदाता किसानों पर बयान जारी करके अपमान किया है. जिसे सपा कतई बर्दाश्त नहीं करेगी.
यह बातें जिलाध्यक्ष यादव ने सिविल लाइन स्थित प्रेस क्लब में समाजवादी मजदूरसभा के सम्मेलन में कही. प्रदेश सचिव अखिलेश चतुर्वेदी ने कहा कि प्रदेश व केन्द्र की सरकार किसानों व मजदूरों को उनकी 60 वर्ष उम्र होने पर पांच हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन देने का काम करे. उन्होंने कहा कि सरकार आउटसोर्सिंग योजना लाकर लोगों के साथ धोखा कर रही है. उन्होंने कहा कि समाजवादी मजदूर सभा 10 सितम्बर से जिलेभर में सदस्यता अभियान चलाएगी. सपा प्रदेश सचिव बलराम मौर्य ने कहा कि भाजपा के झूठ को सपा बेनकाब करेगी.
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कैलाश कोरी व महानगर अध्यक्ष राजकपूर ने की. इस दौरान महेश सोनकर, वीरेन्द्र तिवारी, गोविन्द विश्वकर्मा, विपत राम चौहान, मस्तराम यादव, आरटी यादव, विशाल यादव, हरीओम, अमित कुमार, जंग बहादुर वर्मा, नन्द कुमार, सहोदरा चौहान, अमरजीत मौजूद रहे.
इंस्पायर अवार्ड का लक्ष्य बड़ा पर पंजीकरण कम
2023 में 26 बच्चे राज्य स्तर पर हुए थे चयनित
विगत वर्ष 2023 में जिले के 26 बच्चे इंस्पायर अवार्ड के लिए राज्य स्तर पर चयनित हुए थे. बच्चों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन विद्यालय करेगा. इंस्पायर अवार्ड में बच्चे थ्योरी बनाते है उसे विज्ञान एवं प्रौद्योगिक विभाग भारत सरकार की वेबसाइड पर भेजा जाता है. वहीं से बच्चों की वैज्ञानिक सोच पर आधारित थ्योरी का चयन होता है.
विज्ञान के क्षेत्र में युवा वैज्ञानिकों का बड़ा अहम रोल है. इसीलिए केन्द्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रतिवर्ष विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा छह से 10 तक के बच्चों से उनकी वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करने के लिए इंस्पायर अवार्ड प्रदान करती है. वर्ष 2024-25 के लिए जनपद अयोध्या के सभी माध्यमिक स्तर के विद्यालयों से पांच-पांच बच्चों का पंजीकरण इसी योजना में किया जा रहा है. लेकिन बच्चों के पंजीकरण में विद्यालयों की रुचि नहीं दिख रही है.
आगामी 15 सितम्बर तक पांच हजार बच्चों का पंजीकरण किया जाना है. जिले के सभी यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई, संस्कृत विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा छह 10 तक के प्रत्येक विद्यालय से पांच बच्चों का चयन कर पंजीकरण कराने के निर्देश दिए गए हैं. लेकिन अभी तक मात्र 1100 बच्चों का ही पंजीकरण हुआ है.