प्रतापगढ़: इलाके के बाबूगंज चौराहे पर ठेले में करंट उतरने से फल विक्रेता की मौत हो गई.
चिलबिला-अमेठी मार्ग पर अंतू थाना क्षेत्र के बाबूगंज बाजार निवासी विनोद कुमार उर्फ बच्चा (38) चौराहे पर ही फल का ठेला लगाता था. सुबह करीब 10 बजे ठेले में लगे लोहे के एंगल में करंट उतरा और वह चपेट में आ गया. बारिश से जमीन गीली होने के कारण लोग करीब जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे. थाने के चौकीदार ध्रुवराज मौर्य ने एक दुपट्टे से पैर बांधकर दूर खींच लिया. उसे तुरंत संडवाचंद्रिका सीएचसी ले जाया गया लेकिन वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. मेडिकल कॉलेज ले जाते समय उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. इसकी जानकारी होते ही बाजार के लोग आक्रोशित हो उठे. लोग सीएचसी के चिकित्सक और विद्युत निगम के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. अधिशासी अभियंता प्रथम मनोज अग्रवाल, एसडीओ संदीप कुमार पहुंचे तो लोग उनके खिलाफ भी नारेबाजी करने लगे. एसओ जितेंद्र सिंह ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया.
करंट लगने को लेकर विपरीत दावे, जेई ने दी तहरीर
फल विक्रेता विनोद को करंट लगने को लेकर स्थानीय लोग और विद्युत निगम के लोग विपरीत दावे करते रहे. बाजार के लोगों का कहना था कि ठेले पर रखा लोहे का बोर्ड बगल लगी हाईमास्ट से छू रहा था. इससे बोर्ड में उतरा करंट ठेले में लगे लोहे के एंगल में उतर गया. जबकि मौके पर पहुंचे अधिशासी अभियंता मनोज अग्रवाल का कहना है कि हाईमास्ट नगर पंचायत का है. उससे उनका कोई मतलब नहीं है. वैसे हाईमास्ट जलता भी नहीं. वह मौके पर गए तो चौराहे पर तैनात सिपाही ने बताया कि विनोद ने करीब स्थित मंदिर से अपने ठेले पर अवैध लाइन खींची थी. उसमें करंट आया और विनोद की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि कई ठेला, पटरी दुकानदार रात में कटियामारी कर बिजली जलाते हैं. करंट से मृत फल विक्रेता विनोद के खिलाफ बिजली चोरी की एफआईआर दर्ज कराने के लिए जेई हरिश्चंद्र राम ने थाने में तहरीर दी है.
दिखा रहा था जोक, ठेले के पास पहुंचते ही लगा करंट
बाबूगंज बाजार का फल विक्रेता विनोद घटना से चंद मिनट पहले अपने ठेले से कुछ दूर बैठे युवकों को मोबाइल पर जोक दिखा रहा था. युवकों ने उससे चाय की फरमाइश की. विनोद दो मिनट में ठेले के पास से लौटकर चाय पिलाने का वायदा किया. ठेले के पास पहुंचते ही करंट की चपेट में आ गया.
...पिता-भाई के बाद विनोद की मौत ने झकझोरा
पिता और भाई के बाद करंट की चपेट में आने से विनोद की मौत ने सभी को झकझोर दिया. उसके पिता की कोरोना के दौरान मौत हो गई थी. जबकि बड़े भाई ने फांसी लगाकार जान दे दी थी. एक भाई ने दिल्ली के हॉस्पिटल में पैर का ऑपरेशन कराया है. जबकि सबसे छोटा भाई उन्नाव में राजस्व विभाग में कार्यरत है. विनोद पत्नी के साथ एक बेटा, एक बेटी छोड़ गया.