उत्तर प्रदेश | पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने तबाही मचाई हुई है। बारिश की वजह से नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश के 10 जिलों में 396 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और कई इलाकों में बाढ़ आने का खतरा लगातार बरकरार है। बाढ़ से प्रभावित इलाकों में 38,378 लोग प्रभावित हुए है और 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही लोगों के घर और फसलें भी बर्बाद हो गई है। जनजीवन तहस-नहस हो गया है। इतनी तबाही के बाद भी बारिश का सिलसिला लगातार जारी है।
बता दें कि मानसून के बाद उत्तर भारत के साथ-साथ यूपी में भी बारिश का कहर देखने को मिला है। बारिश के कारण नदियां उफना गई और खतरे के निशान को पार करती जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 10 जिलों अलीगढ़, बिजनौर, फर्रुखाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली के कुल 396 गांवों के 38,378 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित जिलों के 7,913 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में वर्षाजनित हादसों में 7 लोगों की मौत हो गई है।
इसके अलावा गंगा नदी, कचला ब्रिज (बदायूं) में और यमुना नदी प्रयाग घाट (मथुरा) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके अलावा गंगा नदी का जलस्तर नरौरा (बुलंदशहर) और फर्रुखाबाद में लाल निशान के नजदीक पहुंच गया है। रामगंगा मुरादाबाद में और शारदा नदी पलिया कलां (लखीमपुर खीरी) में खतरे के निशान के नजदीक बह रही है। प्रयागराज में भी गंगा और यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वहीं, मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होने की संभावना जताई है। आने वाले 24 घंटों में राज्य में भारी बारिश हो सकती है।