मछुआरों ने 29 दिन बाद ढूंढ निकाली सोनू की डेड बॉडी

Update: 2022-12-24 13:53 GMT

बरेली न्यूज़: जिस सोनू के शव को पुलिस 29 दिनों से तलाश कर रही थी आज उसका शव पनवड़िया नदी के पास मछली पकड़ रहे मछुआरों को बरामद हुआ। तुरंत ही उन लोगों ने शव की जानकारी गांव के लोगों को दी। घटना की सूचना का जब पुलिस को पता चला तो मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और इसकी सूचना सोनू के परिजनों को दी। परिजनों ने सोनू के शव की पहचान सोनू के रूप में की। जोगी नवादा निवासी मूलचंद का बेटा सोनू सागर 25 नवंबर को घर से अचानक गायब हो गया था। मूलचंद का आरोप था कि बेटे की पत्नी चांदनी और अरविंद और चांदनी के परिजनों ने गायब कर दिया था। मूलचंद ने सोनू के अपहरण और हत्या की आशंका जताते हुए थाना बारादरी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद इंस्पेक्टर अभिषेक कुमार ने सोनू की पत्नी चांदनी, अरविंद, सचिन व एक अन्य युवक को हिरासत में ले लिया था।

सभी आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपियों ने सोनू की हत्या कर शव नदी में फेंकने की बात स्वीकार की है। इसके बाद पुलिस फतेहगंज पश्चिमी और मीरगंज क्षेत्र में पुलिस व एसडीआरएफ की टीम के साथ चार दिन तक सोनू की तलाश में जुटी रही, लेकिन सोनू का पता नहीं चल सका। बुधवार को पुलिस ने अरविंद और सचिन को अपहरण के मामले में जेल भेज दिया। जबकि चांदनी और दूसरे युवक से पूछताछ की जा रही है। गुरुवार को परिजन भारी संख्या में कलेक्ट्रेड पहूंचे और सोनू के हत्यारों को फाँसी की सजा की मांग की। आज सुबह 11.30 बजे के समय पनवड़िया नदी में कुछ मछुआरे मछली पकड़ रहे थे। इस दौरान उन्हें वहां एक शव दिखाई दिया। तुरंत ही इसकी जानकारी गांव के लोगों को दी गई।

घटना की सूचना पर पहुँचे लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस इसकी जानकारी सोनू के परिवार को दी। सोनू के भाई संतोष ने बताया कि जिस शव को बरामद किया गया वह उसके चचेरे भाई का था। फिलहाल जिस सोनू के शव को पुलिस 29 दिनों से नहीं खोज पाई वह मछुआरों को मिला। अगर उन लोगों की नजर नहीं पड़ती तो शायद सोनू का शव बरामद नहीं होता और आरोपियों को इसका काफी फायदा मिलता।

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