ऑडियो टेप सबूत में दाखिल किए बिना लगा दी फाइनल रिपोर्ट

पुलिस ने गायब किए ऑडियो

Update: 2024-02-19 05:49 GMT

लखनऊ: जूही की एक जमीन के मामले में विवेचक ने विवेचना में खूब खेल किया. उसने सबूतों में शामिल ऑडियो सीडी ही गायब कर दी. कोर्ट में पीड़ित ने यह मामला उठाया तो कोर्ट ने जांच के आदेश दिए. अधिकारियों ने जांच में स्पष्ट किया कि ऑडियो टेप दाखिल किया गया. मगर जब कोर्ट ने अपने स्तर से जांच कराई तो पता चला कि ऑडियो टेप विवेचना में दाखिल ही नहीं किया गया.

पीड़ित पक्ष ने सीएमएम कोर्ट में विवेचक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया. सीएमएम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि विवेचना पूर्व में ज्वाइंट सीपी के यहां से ट्रांसफर की जा चुकी है. इस कारण एफआईआर दर्ज किए जाने योग्य नहीं है. कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर को आदेश दिया कि इस मामले में विवेचक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जानी चाहिए. पीड़ित अब सीएमएम आदेश के खिलाफ रिवीजन दाखिल करेंगे.

बीती 18 नवम्बर 2022 को जी ब्लॉक किदवई नगर निवासी एडवोकेट अमित कुमार शर्मा ने 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. बताया उनका जूही खुर्द में प्लॉट है. आरोप था कि नामजद लोगों ने उनके प्लॉट पर कब्जा करने का प्रयास किया. मामले में विवेचक दरोगा तेजवीर सिंह ने जूही थाने मेंफाइनल रिपोर्ट लगा दी.

पुलिस ने ऑडियो टेप होने की बात स्वीकारी 1 अगस्त 2023 को डीसीपी साउथ ने कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की. इसमें कहा गया कि ऑडियो सीडी केस डायरी के साथ संलग्न की गई थी. पीड़ित ने 28 अगस्त 2023 को कोर्ट से एमएम 8 के यहां दाखिल फाइल पर आख्या मंगाने का आवेदन किया गया. एमएम 8 कोर्ट की तरफ से सीएमएम कोर्ट में 18 सितम्बर 2023 को रिपोर्ट दाखिल की गई जिसमें कहा गया कि पत्रावली में कोई भी आडियो सीडी सीलबंद लिफाफा संलग्न नहीं थी.

कोर्ट कर्मचारी ने वापस करा दी थी सीडी 4 दिसम्बर को सीएमएम कोर्ट ने डीसीपी साउथ से बिन्दुवार रिपोर्ट मांगी. 8 जनवरी को डीसीपी की तरफ से रिपोर्ट दी गई. कहाकि एमएम 8 कोर्ट में फाइल दाखिल करते वक्त ऑडियो टेप संलग्न था मगर कोर्ट में कर्मी द्वारा मना करने पर वापस कर दिया गया था.

Tags:    

Similar News

-->