Varanasi: पुराने सिक्के बेचने के फेर में गंवाए 30 लाख, साइबर ठगी के शिकार हुए
साइबर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया
वाराणसी: पुराने सिक्के ऑनलाइन बेचने में शिवाला निवासी रिटायर चिकित्सक 75 वर्षीय डॉ. एके दास साइबर ठगी के शिकार बन गये. उनसे 30 लाख की साइबर ठगी कर ली गई. साइबर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.
डॉ. दास ने बताया कि उनके पास कुछ पुराने सिक्कों का कलेक्शन है. बेचने के लिए ऑनलाइन वेबसाइट के जरिये उन्होंने कुछ लोगों से संपर्क किया. उनके कहने के अनुसार फीस देकर रजिस्ट्रेशन करवाया. इसके बाद विभिन्न मदों में वे पैसा मांगते गये. जब लगा कि वे फंस रहे हैं तो अपना पैसा वापस मांगा. इसके लिए भी शुल्क मांगा जाने लगा. इस तरह वे फंसते चले गये. 30 लाख रुपये साइबर ठगों को भेज दिये. साइबर ठग विभिन्न नंबरों से व्हाट्सएप कॉल करते थे, वीडियो कॉल के दौरान उनकी बातों में आते गये.
पंजीकरण के नाम पर लिये 2 लाख साइबर पुलिस के अनुसार शुरू में पंजीकरण के नाम पर केवल 2 लाख ही रुपये दिये थे. बाद में विभिन्न मदों में पैसा मांगते गये. चार से पांच लाख रुपये जमा होने के बाद पैसा वापसी के नाम पर शेष राशि जमा करते गये.
निवेश कराकर 12.10 लाख का लगाया चूना साइबर ठगों ने करौंदी के चंदननगर निवासी दीपक कुमार सिंह से शेयर में निवेश कराने के नाम पर 12.10 लाख रुपये की ठगी कर ली. दीपक ने बताया कि उन्हें अनजान नंबर से मैसेज आया. शेयर और आईपीओ में निवेश के लिए कहा गया. वह उनके ग्रुप से जुड़ गये. पैसा लगाते गये.
फ्लाईओवर के नीचे वेंडिंग जोन बनाएं: नगर निगम में टाउन वेंडिंग कमेटी की पहली बैठक नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की अध्यक्षता में हुई. नगर आयुक्त ने कहा कि वाराणसी के प्रस्तावित संपूर्ण वेंडिंग जोनों की सूची सर्वसम्मति पास कर कुछ प्रमुख मार्गों को नो वेंडिंग जोन घोषित किया जाएगा.
वेंडिंग जोन में बायोमेट्रिक सर्वे, फेरी-पटरी ठेला व्यवसायियों की जीपीएस टैगिंग कर सूचीबद्ध किया जाएगा. निगम उन्हें सत्यापित पहचान पत्र एवं बार कोड भी देगा. बैठक में राष्ट्रीय फेरी-पटरी ठेला व्यवसायी संगठन के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक निगम ने कहा कि सभी फ्लाईओवर के नीचे मॉडर्न वेंडिंग जोन बनाए जाएं. बैठक में कमेटी सदस्य पार्षद मदन दुबे, पार्षद प्रवीण राय, अनिल कुमार, रंजना गौड़, अभिषेक निगम, पूजा रामलख्यानी, वेद प्रकाश आदि थे.