Farrukhabad: लकड़ी माफियाओं का खेल बेखौफ जारी
माफिया धरती की हरियाली उजाड़ रहे
फर्रुखाबाद: शमशाबाद क्षेत्र में लकड़ी माफियाओं का खेल बेखौफ जारी है। एक लंबे समय से हरे भरे वृक्षों को कटवाकर लकड़ी माफिया जहां एक ओर धरती की हरियाली उजाड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सरकार के अरमानों पर पानी फेरते हुए हर महीने लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं। हकीकत को देखा जाए तो सरकार धरती की हरियाली बरकरार रखने के लिए प्रति वर्ष करोड़ों रुपए वृक्षारोपण अभियान के नाम पर खर्च करती आ रही है। समाज सेवी, जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के नेताओं तथा प्रशासनिक अधिकारियों के साए में वृक्षारोपण अभियान चलाती है। वृक्षारोपण अभियान के तहत धरती पर हरियाली बरकरार रहे तथा आम जनमानस का जीवन सुरक्षित रहे, लेकिन शमशाबाद क्षेत्र में लकड़ी माफियाओं ने शायद कसम खा ली है कि धरती की हरियाली मिटाकर ही दम लेंगे।
शमशाबाद क्षेत्र के ग्राम मंझना परमनगर मार्ग पर शमशाबाद नगर निवासी लकड़ी माफिया राजू जादौन द्वारा ग्राम मंझना परमनगर गांव जाने वाले मार्ग के पास दो भारी भरकम हरे भरे नीम के वृक्षों का सौदा किया गया था। ग्रामीणों की मानें तो बताया जा रहा है नीम के पेड़ काफी भारी भरकम थे। जिसका सौदा करने के बाद लकड़ी माफिया द्वारा मजदूरों की मदद से कटवाया गया। इसकी सूचना मिलते की कुछ पत्रकार मौके पर पहुंच गये और घटना की सूचना वन विभाग के अधिकारियोंको दी। जिस पर वन रेंजर ने बताया कि उन्हें कोई सूचना नहीं दी गयी। उन्होंने यह भी कहा मौके पर विभागीय कर्मचारियों को भेजकर मामले की जांच कराकर लकड़ी माफिया के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।