Kushinagar राजापाकड़/कुशीनगर: जनपद के गेंदा सिंह गन्ना प्रजनन एवं अनुसंधान संस्थान सेवरही उत्तर प्रदेश के गन्ना शोध परिषद में बगहा-2 के कुल 40 आदिवासी किसानों को ट्रेनिंग दी गई एवं एक्सपोजर भिजिट कराया गया जिसमें उन्नत तकनीक बरसात में लगने वाले कीट प्रबंधन, नवीन कृषि यंत्रों के प्रयोग, उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग एवं संतुलित मात्रा में कीटनाशक व उर्वरकों के प्रयोग के साथ सहफसली खेती की जानकारी दी गई इसके मुख्य वैज्ञानिक व संयुक्त निदेशक डाo सुभाष चंद्र सिंह रहें वही बेतिया डायोसेसन सोसल सर्विस सोसाइटी के नाबार्ड परियोजना समन्वयक माधेश्वर कुमार पाण्डेय ने बताया कि नाबार्ड के सहयोग से बगहा-2 प्रखण्ड में समेकित आदिवासी विकास परियोजना चलाया जा रहा है,
जिसमें चार सौ किसानों को सब्जी उत्पादन, गन्ना उत्पादन एवं सहफसली खेती से जोड़कर उनकी आय को बढ़ाया जा रहा है, साथ ही परियोजना समन्वयक ने बताया कि किसानों को समय समय पर प्रशिक्षित किया जाता है इस परियोजना में सिंचाई की सुविधा मुहैया कराया गया है पेयजल की आपूर्ति करायी गई है भूमिहीन किसानों को बकरी पालन से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को संवारने का काम किया गया है वही महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण एवं महिला जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाता है साथ ही अनाज भंडारण के लिए ग्रामीण स्तर पर बीज बैंक की भी स्थापना की गई है आदिवासी समुदाय के दो क्षेत्रों में पोली हाऊस लगाया गया है जिसमें नर्सरी उत्पादन का काम किया जाता है वही प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम के मौके पर सीईओ राकेश प्रसाद बगहा आदिवासी विकास समिति के सचिव नाथू उरांव सहित प्रमोद काजी, अमरलाल चौधरी,नेपाली महतो, विश्वनाथ काजी सहित उपस्थित चालीस की संख्या में आदिवासी किसानों ने भाग लिया।