फैजाबाद: जिस कंपनी को अधिकारियों ने काली सूची में डाला था, उसी फर्म को दोबारा संविदा कर्मियों की आपूर्ति का ठेका दे दिया गया. कंपनी की ओर से एक बार फिर संविदा कर्मियों के मानदेय में लंबा खेल किया जा रहा है. इस बात की शिकायत उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रामसकल मौर्या ने अधीक्षण अभियंता को शिकायती-पत्र देकर की है. उन्होंने मानदेय में हो रहे खेल व फर्म की पुरानी करतूतों को सामने रखते हुए कड़ी कार्रवाई व संविदा कर्मियों का बकाया मानदेय भुगतान कराए जाने की मांग किया है. अधीक्षण अभियंता मनोज कुमार सोनकर का कहना है कि शिकायती-पत्र के हर बिंदु की जांच कराई जाएगी. संविदा कर्मियों को बकाया मानदेय दिलवाया जाएगा.
शिकायती-पत्र में कहा गया है कि महाराजगंज जिले की फर्म से अनुबंध किया गया है. कंपनी ने दो दर्जन कर्मचारियों को एक से दो माह के मानदेय का भुगतान नहीं किया है. बार बार केवल आश्वासन दिया जा रहा है. अब ऐसा लग रहा है कि कर्मियों के खून पसीने की मेहनत का यह पैसा हजम कर लिया जाएगा. रामसकल मौर्या का कहना है कि इसी कंपनी ने वर्ष 2017 में भी टेंडर हासिल किया था. कंपनी ने छह माह के ईपीएफ, ईएसआई का पैसा जमा नहीं किया था. वेतन हड़प करने के मामले में हर्रैया थाने में तत्कालीन अधिशासी अभियंता ने फर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद भी बकाया भुगतान नहीं कराया गया. उसी कंपनी ने दोबारा नाम बदलकर टेंडर हासिल कर लिया है.
इस बात की शिकायत उसी समय अधिकारियों से की गई थी, लेकिन संगठन की आवाज को अनसुना कर दिया गया था. एक बार फिर यही फर्म संविदा कर्मियों का मानदेय हड़पने की फिराक में है.
घर तोड़कर जमीन पर कब्जे का प्रयास: कप्तानगंज क्षेत्र के हरदीखास गांव में दबंगों द्वारा पुलिस की मौजूदगी में घर तोड़कर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया है. पुलिस अधीक्षक को दिये गए शिकायती-पत्र मंड श्रीमती प्रेमा देवी ने कहा कि उसके जेठ रामअवतार के बाल-बच्चे नहीं थे. वहीं पीड़िता ने सपरिवार इनकी सेवा की और इनके चल-अचल सम्पत्ति की वसीयत करवाया है, जिस पर गांव के रामचंदर, रामप्रकाश के लड़के साथ अन्य बाहरी लड़कों के साथ जबरन जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. पीड़िता ने बताया कि कोर्ट में केस भी चल रहा है.