Faizabad: खंभों पर तारों का झुंड, खुले पड़े हैं ट्रांसफॉर्मर
खुले में रखे गए ट्रांसफार्मर बिजली वितरण व्यवस्था को मुह चिढ़ा रही
फैजाबाद: रामनगरी को स्मार्ट सिटी बनाने की ओर सरकार ने पूरा दमखम लगा रखा है. इसी के तहत शहरी क्षेत्र में विभिन्न तरह की परियोजनाएं चल रही हैं. 36 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं के तहत सड़कें, पार्क, सीवर लाइन, ड्रेनेज सिस्टम पर कार्य चल रहा है. लेकिन अयोध्या कैंट शहर में बिजली के बेतरतीब टेढ़े-मेढ़े खम्भे और उस पर फैला तारों का जंजाल, खुले में रखे गए ट्रांसफार्मर बिजली वितरण व्यवस्था को मुह चिढ़ा रही है.
अयोध्या धाम में तो सभी गली-मोहल्लों में लगभग भूमिगत विद्युत व्यवस्था का काम पूरा हो चुका है. लेकिन अयोध्या कैंट के लिए बिजली व्यवस्था को अण्डरग्राउंड करने की कोई योजना नहीं बनी है. आबादी तेजी से बढ़ रही है. नये मकानों के बनने की बाढ़ सी आई हुई है. उसी के अनुसार विद्युत उपभोक्ताओं में भी इजाफा हो रहा है. अयोध्या कैंट शहर में मुख्य मार्गों से लेकर गली-मोहल्लों तक में अभी ओवरहेड बिजली की लाइनें चल रही हैं. लगभग 80 हजार उपभोक्ताओं के कनेक्शन बिजली के पोल से ही खिंचे हैं. मुख्य सड़क पर लगा पोल हो या गली मोहल्लों में लगे खम्भे. हर पोल पर सैकड़ों केबिल कनेक्शन लगे हुए हैं. आए दिन एबीसी केबल पर लोड बढ़ने से मुख्य केबल जलने की घटनाएं बढ़ गई हैं. वहीं जगह-जगह पर खुले में ट्रांसफार्मर भी लगे हुए हैं. तारों का झुंड और खुले हुए ट्रांसफार्मर विद्युत वितरण व्यवस्था छिन्न-भिन्न कर रहे हैं. फिलहाल अयोध्या कैंट शहर में बिजली वितरण व्यवस्था अण्डरग्राउंड किए जाने का कोई प्रस्ताव नहीं बना है. जबकि शहर में सीवर का निर्माण चल रहा है.
शहर के सभी क्षेत्रों में जल निकासी की समस्या को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री की ओर से भी ड्रेनेज निर्माण के निर्देश दिए गए हैं. लेकिन बिजली आपूर्ति के लिए झूलते हुए केबल को अण्डग्राउंड किए जाने और शहर को बिजली पोल से मुक्त करने की कोई योजना अभी तक नहीं बनी है, जो कि अयोध्या को स्मार्ट सिटी बनाये जाने की परिकल्पना को साकार करने में बाधा बन सकती है.
अयोध्या कैंट शहर में बिजली केबलों को अण्डरग्राउंड किए जाने का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है. 70 करोड़ रुपए केवल विद्युत सुधार के लिए आए हैं.
-अशोक कुमार चौरसिया, मुख्य अभियंता मध्यांचल विद्युत वितरण निगम, अयोध्या