अलीगढ़ न्यूज़: धर्म समाज महाविद्यालय में बीती दो फरवरी को बीएसए चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र संग हुई मारपीट की घटना में उसकी दाईं आंख की रोशनी चली गई है. डॉक्टरों द्वारा दो ऑपरेशन करने और लैंस लगाने के बाद भी रोशनी नहीं लौटी है. मामले में पूर्व में दर्ज मुकदमे में गांधी पार्क पुलिस अब अंग-भंग की धारा बढ़ाने की तैयारी में है. इंस्पेक्टर ने मुकदमा विवेचक से मेडिकल रिपोर्ट तलब की है.
शहर के आवास विकास जेल रोड निवासी उमेश बीसीए चतुर्थ सेमेस्टर की पढ़ाई डीएस कालेज से कर रहा है. दो फरवरी को वह कॉलेज मैदान में था. तभी कुछ नामजद आरोपी आए और रंगबाजी दिखाते हुए मारपीट करने लगे. उमेश के चेहरे, आंख और सिर में गंभीर चोट आई. उस वक्त कॉलेज प्रशासन की टीम सूचना पर पहुंची और उमेश को प्रॉक्टर कार्यालय लाया गया. उमेश का आरोप है कि वह उससे जबरन समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करा लिए. बाद में चोटों के आधार पर परिजनों ने थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमे में रोहित राणा, रमन, अश्वनी
ठाकुर, मयंक चौहान, गोलू ठाकुर, निखिल, सैमी प्रधान, मोहित शमा व दस-बारह अज्ञात आरोपी हैं. इनमें से अश्वनी ठाकुर पूर्व में दो अन्य छात्रों को पीटने की घटना में जेल भेजा जा चुका है. पुलिस अभी तक उसे पकड़ नहीं सकी है. वह फरार चल रहा है. इधर, घटना के बाद उसका उपचार हुआ. आंख की चोट गंभीर है, दाईं आंख से दिखना बंद हो गया है. दो ऑपरेशन हुए और लैंस तक पड़ चुका है. मगर, रोशनी नहीं लौटी है. गांधीपार्क इंस्पेक्टर रविंद्र दुबे ने बताया कि मामला उनकी जानकारी में है. मेडिकल रिपोर्ट मांगी गई है. उसके आधार पर मुकदमे में अंग भंग संबंधी धारा की आरोपियों पर बढ़ोतरी होगी.