महिला अस्पताल में दर्द से पीड़ित प्रसूताओं का शोषण

Update: 2023-06-29 06:53 GMT

झाँसी न्यूज़: जिला महिला अस्पताल वसूली को लेकर कुख्यात हो चुका है. फीलगुड बिना यहां के स्वास्थ्य कर्मियों को प्रसूताओं का दर्द नहीं दिखता. जिसकी वहज से गरीबों को बेहद समस्याओं का सामना करना पड़ता है. अस्पताल अफसरों व कर्मियों की दलालों से सांठगांठ का आरोप लगाकर बुन्देलखण्ड विकलांग फाउण्डेशन जिलाध्यक्ष बालकिशन प्रजापति ने एक ज्ञापन डीएम को सौंपा.

जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में जिलाध्यक्ष बुन्देलखण्ड विकलांग फाउण्डेशन ने बताया कि जिला अस्पताल में दलाली व भ्रष्टाचार अपने चरम पर है. महिला अस्पताल में कोई भी प्रसूता अपने तीमारदारों के साथ जाती है तो अस्पताल में सक्रिय कुछ महिला दलाल प्रसूताओं को सुरक्षित प्रसव और समुचित उपचार का लोभ लालच देते हुये निजी अस्पताल में पहुंचा देती हैं. जहां इन गरीबों का जबरदस्त आर्थिक शोषण होता है. इस तरह प्रसूताओं व तीमारदारों को आर्थिक रूप से परेशानी उठानी पड़ रही है. फाउण्डेशन जिलाध्यक्ष ने तो यहां तक आरोप लगाया है कि ब्लड बैंक में कार्यरत कर्मचारी हजारों रुपये लेकर खून तक बेचने से गुरेज नहीं कर रहे हैं. यहां आने वाले लोगों को ब्लड दिलाने के नाम पर हजारों रुपये ऐंठ लिये जाते हैं. अस्पताल कर्मी भी वसूली में पीछे नहीं है. बिना फीलगुड के वह गर्भवती को भर्ती तक नहीं करते हैं. फाउण्डेशन ने जिलाधिकारी से महिला अस्पताल में सक्रिय दलालों के खिलाफ गोपनीय जांच कराते हुये कार्रवाई कराये जाने की मांग उठायी. इस दौरान संतराम यादव, प्रमोद यादव, कमल श्रीवास्तव, मुकेश कुमार, रामसहाय, अनिल, करन कुशवाहा, जमुना के व अनेकों लोग मौजूद रहे.

Tags:    

Similar News

-->