विभिन्न यातनाओं का उन्मूलन श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से संभव: Acharya Vinay
Kushinagar राजापाकड़/कुशीनगर: तमकुही विकास खंड के ग्राम पंचायत बरवाराजापाकड़ के टोला सपही बरवा में हनुमान भजन मंडल के तत्वावधान में आयोजित सप्त दिवसीय आठवें राधा अष्टमी समारोह के पांच दिन रविवार की सायं कथावाचक आचार्य पं. विनय पांडेय ने कंस व कालयवन वध प्रसंग के साथ झांकी के साथ श्रीकृष्ण रुक्मिणी विवाह की कथा सुनाई।
कथाक्रम को आगे बढ़ाते हुए कथावाचक ने कहा कि भगवान कंस का अंत कर वासुदेव व देवकी को बंधन मुक्त कराते हैं। उद्धव को गोकुल में गोपियों से संवाद करवा करवाते हुए ज्ञानमार्ग पर प्रेम मार्ग भारी यह सिद्ध करते हैं। कालयवन का अंत कर साधुजन को आनंदित करते हैं। कथावाचक ने कहा कि संसार के हर व्यक्ति का जीवन पारिवारिक, सांसारिक व शारीरिक से संतप्त है। जिसका उन्मूलन श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से ही संभव है। अंत में दिव्य झांकी दर्शन के साथ रूक्मिणी-श्रीकृष्ण कै विवाहोत्सव संपन्न हुआ। यातना
पं संजय चतुर्वेदी व पं दीपक मिश्र ने श्रीमद् भागवत महापुराण का पारायण सुनाया। संगीत पर पंकज त्रिपाठी संतोष श्रीवास्तव व छोटे लाल शर्मा ने संगत की। इसके पूर्व बिहार के मुखिया कृष्णमुरारी तिवारी, मुखिया पुष्पा देवी, शिक्षक मनीष राय, प्रहलाद गुप्ता, अनुग्रह राय आदि ने श्रीमद् भागवत पुराण का पूजन किया। इस अवसर पर कैलाश सिंह, हरेश पांडेय, विनोद यादव, तुला नारायण राय, वेद प्रकाश पाण्डेय, सुमन पांडेय, आकाश पांडेय, रघुनाथ कुशवाहा, नगीना कुशवाहा, रामायण कुशवाहा, नवीन पांडेय, शशिभूषण पांडेय, रंजीत पांडेय, देवेंद्र सिंह, आशीष, बबलू, सोना, देवी मूर्ति, मुन्नालाल, नंदकिशोर, रमेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।