वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में जन्माष्टमी पर भीड़ के कारण हुए हादसे के बाद हालात नहीं सुधर रहे हैं। मंदिर में रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। जब भीड़ का रेला मंदिर में प्रवेश कर रहा था, तब गलियों में भी लोगों की भीड़ देखी गई। इसे नियंत्रित करने की कोई व्यवस्था प्रशासन की ओर से नहीं दिखी। पुलिस भी हरकत में नजर नहीं आई। भीड़ के दबाव में फिरोजाबाद की 68 वर्षीय वृद्धा राजकुमारी घायल हो गई और परिवार से बिछड़ गई। बाद में परिजन मिले। अमर उजाला टीम ने जब मंदिर का जायजा लिया तो यह हालात सामने नजर आए।
सुबह नौ बजे बांकेबिहारी मंदिर मार्ग
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर श्रद्धालुओं की भीड़ ही भीड़ दिखाई दी। लोग मंदिर की ओर दर्शन की अभिलाषा लिए चले ही जा रहे थे। विद्यापीठ चौराहे से लेकर बांकेबिहारी मंदिर तक हालात ऐसे थे कि पैदल निकलना भी दूभर हो चला था।
सुबह 10 बजे मंदिर का गेट नंबर तीन
मंदिर के गेट नंबर तीन से प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए पुलिसकर्मी नदारद थे। लोग बैग आदि सामान लेकर मंदिर में प्रवेश करते दिखे। कोई रोकने और टोकने वाला नहीं था।
सुबह 10:30 बजे गेट नंबर दो
राधावल्लभ और पुरोहित गली से लोगों की भीड़ मंदिर में प्रवेश करने के लिए गेट नंबर दो पर पहुंची। यहां भीड़ का दबाव बढ़ने पर गेट को अंदर से बंद कर दिया गया। बाहर धूप में हजारों श्रद्धालु खड़े होकर गेट खुलने का इंतजार करते दिखे। इनमें बच्चे, महिलाएं और वृद्ध शामिल थे।
सुबह 11 बजे परिक्रमा गली
बांकेबिहारी मंदिर की परिक्रमा गली में लगाई गई बैरिकेडिंग गेट के कारण लोग फंस गए। कई बार कहने के बाद भी पुलिसकर्मियों ने गेट नहीं खोला तो महिलाएं, युवती और पुरुष गेट को लांघकर गलियों में प्रवेश करते दिखे।
सुबह 11:15 बजे निकासी मार्ग
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर से राधा सनेह बिहार मंदिर की ओर निकासी मार्ग पर पुलिसकर्मी बैंच पर बैठे आराम फरमा रहे थे, जबकि मंदिर के निजी गार्ड इस मार्ग से अंदर जाने वालों को रोकते दिखे। यहां पुलिसकर्मियों ने कई श्रद्धालुओं से बदसलूकी भी की।
सुबह 11:40 बजे मंदिर परिसर
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में राजभोग आरती से पूर्व मंदिर में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हालात लगातार बिगड़ते चले गए। मंदिर में सफोकेशन से सांस लेने में भी कई लोगों को परेशानी होती दिखी। भीड़ में फंसे बच्चे और महिलाओं की चीखपुकार मच रही थी। वहीं मंदिर के कर्मचारी भीड़ को बाहर निकालने के प्रयास कर रहे थे।
मंदिर सेवायत के प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी ने बताया कि मंदिर की व्यवस्थाओं में अभी कोई सुधार नहीं हुआ है। प्रशासन को इसे सुधारने के लिए ठोस उपाय करने होंगे।
रविवार को ठाकुर बांकेबिहारी में कई श्रद्धालु जूते-चप्पल पहनकर प्रवेश कर गए। मंदिर सेवायतों ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया है। इससे जहां मंदिर की मर्यादा बिगड़ी है वहीं प्रशासनिक और नगर निगम प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है। श्रद्धालुओं के द्वारा जूते चप्पल से मंदिर में प्रवेश करने को लेकर मंदिर सेवायतों ने भारी नाराजगी जताई है।