Agra: विभाग की टीम ने छापा मारा, पंजीकरण, डाक्टर, प्रशिक्षित तकनीशियन कोई नहीं मिला
सीएचसी के सामने ही चल रही थी फर्जी पैथोलाजी
आगरा: सेहत के सौदागरों की हिम्मत बहुत बढ़ गई है. किरावली में ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां सीएचसी के ठीक सामने फर्जी पैथोलाजी चल रही थी. विभाग की टीम ने छापा मारा तो पंजीकरण, डाक्टर, प्रशिक्षित तकनीशियन कोई नहीं मिला. लेकिन, डाक्टरों के दस्तखतों से रिपोर्ट जारी की जा रही थीं. नोटिस थमाया गया है.
सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसीएमओ डा. जितेंद्र लवानियां की अगुवाई में सीएचसी किरावली के ठीक सामने स्थित वरुण पैथोलाजी पर छापा मारा. टीम को लैब में तकनीशियन मौजूद मिले. उनसे उनकी डिग्री और प्रशिक्षण के बारे में पूछा गया तो बगलें झांकने लगे. लैब के स्वास्थ्य विभाग में पंजीकरण के साक्ष्य मांगे तो वह भी नहीं दिखा पाए. इतना ही नहीं, लैब किस डाक्टर के नाम पर पंजीकृत है, संचालक की डिग्री क्या है, कर्मचारी इसे भी नहीं बता पाए. इस पर टीम ने लैब की जांच रिपोर्ट को खंगाला तो उन पर डाक्टर के दस्तखत पाए गए. जबकि कर्मचारी डाक्टर का नाम तक नहीं बता पाए. जांच रिपोर्ट कब्जे में ली गई हैं. फिलहाल नोटिस तामील कराया गया है. डा. लवानियां ने बताया कि टीम के पहुंचने से पहले जांच के तमाम उपकरण गायब कर दिए गए थे. इनकी जानकारी विभाग को दी गई थी. बिना पंजीकरण चलने पर नोटिस दिया गया है, संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो कार्रवाई की जाएगी.
बंद घर से चोरों ने उड़ाया 10 लाख का माल: थाना सदर की इन्फेंट्री चौकी क्षेत्र के दुर्गा नगर में बंद घर को चोरों ने निशाना बना डाला. चोर घर के दरवाजों और अलमारी के ताले तोड़कर लाखों की ज्वेलरी ले गए.
दुर्गा नगर निवासी अनिल दिवाकर की सदर बाजार में ड्राई क्लीनर की दुकान है. वह अपने भतीजे गौरव दिवाकर निवासी सुल्तानपुरा, आगरा कैंट की शादी में परिवार सहित शामिल होने घर पर ताला लगाकर गए थे. 29 की रात वह घर लौटे तो मेन गेट और अंदर कमरों में रखी अलमारी के ताले टूटे हुए थे. पत्नी आरती ने बताया कि अलमारी में रखे 8 से 10 लाख के जेवर और मंदिर से 250 रुपये की नगदी चोर अपने साथ ले गए. चोरों ने घर में रखे किसी और सामान को हाथ नहीं लगाया.
परिवार ने पड़ोसी पर शक जाहिर किया है. परिवार का कहना है कि पड़ोसी का पेचकस मौके पर पड़ा मिला था. सूचना पर सदर पुलिस और फोरेंसिक टीम पहुंच गई. पुलिस जांच में जुट गई है.