रामपुर: यूपी नगर निकाय चुनाव के लिए लंबे समय से जनता से ज्यादा नेताओं और पार्टियों को इंतजार था। वहीं आरक्षण की लिस्ट जारी होने के बाद कई का ये इंतजार सफल होता नहीं दिखा। दरअसल, कई नेता ऐसे थे जिन्होंने अपने वार्ड से चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली थी। लेकिन आरक्षण के कारण उन्हें अब अपने वार्ड से लड़ने का मौका नहीं मिलेगा। ऐसा ही हुआ है रामपुर के कांग्रेस नेता मामून शाह खान के साथ। पूर्व अध्यक्ष मामून शाह खान 45 वर्ष के हो गए हैं। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार वो नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव लड़ेंगे। लेकिन इस पद को इस बार महिला आरक्षित कर दिया गया है। ऐसे में मामून शाह को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल रहा। नगर पालिका चुनाव अध्यक्ष पद सीट महिला आरक्षी होने पर 45 साल की उम्र में मामून शाह खान ने शादी की, और अब टिकट के लिए कांग्रेस छोड़कर AAP पार्टी में शामिल हुए, पत्नी सना खान को AAP ने रामपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी बनाया।
चुनाव में उन्होंने अपना वट बनाए रखने के लिए अपने लिए दुल्हनिया ढूंढ ली है। केवल 45 घंटे में उन्होंने शादी के लिए लड़की ढूंढकर अपनी शादी की तारीख भी तय कर ली थी। नामांकन की आखिरी तारीख 17 अप्रैल तय की गई है। इसी से ठीक दो दिन पहले 15 अप्रैल को मामून शाह खान निकाह किया ।
उन्होंने कहा था कि मैं जनता के बीच में ही हूं। चुनाव लड़ने की तैयारी थी लेकिन पद महिला आरक्षित हो गया। मजबूरी हो गई। ऐसे में शादी कर रहा हूं और बीवी को चुनाव लड़वाऊंगा। 15 तारीख को मेरी शादी है। उनका कहना है कि किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे ये तय नहीं कर पाए हैं लेकिन चुनाव लड़ेंगे ये तय है और पद महिला आरक्षित है तो ऐसे में अब पत्नी को ही लड़वाएंगे।