पति-पत्नी का रिश्ता तब तक ही कामयाब रहता है जब तक एक-दूसरे का भरोसा दोनों के ऊपर बना रहे है। जब यही भरोसा टूटता है तो परिवार पूरी तरह से बिखर जाता है। दोनों की जिंदगी में तीसरे की दखलअंदाजी भी कभी-कभी पति-पत्नी के रिश्तों में दरारें पैदा कर देती। इसके बाद मामला तलाक तक पहुंच जाता है। ऐसा ही एक मामला यूपी के प्रतापगढ़ जिले से सामने आया है। यहां पति-पत्नी और वो का किरदार खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। रूपहले पर्दे से बढ़कर सुर्खिंया बंटोरने वाला यह प्रकरण हर किसी की जुबां पर है। 14 साल पहले जीने मरने की कसमें, 12 साल तक खुशनुमा जिंदगी का सफर अचानक ‘वो’ की इंट्री से बिखर गया। सोशल मीडिया के लव वायरस ने एक परिवार को तलाक के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया।
प्रतापगढ़ के पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी में तैनात एक कर्मचारी की असल जिंदगी की कहानी बेहद फिल्मी है। 14 साल पहले रिश्तेदारी में एक युवती से प्यार हुआ और साल भर बाद ही दोनों के पारिवारिक रजामंदी से शादी हो गई। इस दौरान युवती ने अपने पति से पढ़ाई करने की इच्छा जताई थी। खुद सिविल की तैयारी कर रहा प्रेमी आर्थिक तंगी की वजह से अपनी पढ़ाई छोड़ दी, लेकिन पत्नी को आगे बढ़ाया। भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रही पत्नी को आखिरकार दूसरे प्रयास में पीसीएस में सफलता मिली। पत्नी की कामयाबी पर परिवार में खुशियों की बहार आई। ट्रेनिंग के बाद पत्नी को पोस्टिंग मिल गई। इस दौरान जिंदगी का कारवां हंसी खुशी आगे बढ़ता रहा।
प्रयागराज मंडल के एक जिले में पत्नी को तैनाती मिली तो इसके साथ ही उसे सरकारी आवास भी मिल गया। इस दौरान पति प्रतापगढ़ में अपनी नौकरी कर रहा था। हालांकि सप्ताह में दो दिन वह पत्नी के पास रहता था। इसी दौरान सोशल मीडिया के जरिए अफसर पत्नी की करीबी एक अफसर से हो गई। प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि अफसर पत्नी अपने पति से किनारा करने लगी। इसकी भनक पति को 2021 में अफसर पत्नी के मोबाइल से लगी। पति के पूछने पर पत्नी ने कहा कि वह उसका मित्र है। पति ने अनदेखा कर दिया। कुछ दिनों बाद अफसर पत्नी का प्रेमी सरकारी आवास पर आना जाना शुरू कर दिया।
मामला तब बिगड़ा जब पति ने दोनों को बंद कमरे में देखा। यहीं से खुशहाल जिंदगी में ‘वो’ ने जहर घोल दिया। बात इस कदर बिगड़ी कि सात जन्मों की डोर इस आंच में टूटने के कगार पर है। पति हर हाल में अफसर बीवी को छोड़ना नहीं चाहता जबकि अफसर पत्नी उसके साथ रहने को राजी नहीं। पति का कहना है कि अब वह यहां तक डरा रही है कि स्वेच्छा से तलाक दे दो नहीं तो बर्बाद कर दूंगी। बता दें कि अफसर पत्नी बरेली मंडल के एक जिले में तैनात है।
पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी में तैनात कर्मचारी ने बताया कि उसकी प्रेम कहानी 2008 में शुरू हुई थी। उस दौरान अफसर पत्नी बीए फर्स्ट ईयर में पढ़ रही थी। अफसर बीवी उसके चचेरी मामा की साली है। एक साल फोन पर बातचीत के बाद उसकी शादी 2009 में हो गई थी। इसके बाद पति ने प्रयागराज में किराए पर कमरा लेकर पत्नी को तैयारी के लिए कोचिंग कराई।