टैंक तक नहीं पहुंच रहा पीने का पानी, कब होगा निदान

Update: 2022-12-04 07:22 GMT

सरधना न्यूज़: नगर के मंडी चमारान में बसे लोगों की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। नगर पालिका भले ही नई लाइन बिछाकर हर घर पानी पहुंचाने का दावा कर रही हो, लेकिन सच्चाई इससे कोसो दूर है। टंकी में पानी का प्रेशर नाममात्र ही आ रहा है। हालत यह है कि टैंक तक पानी पहुंच ही नहीं रहा है। जिसके चलते लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है। बस्ती से रिश्तेदारियों में गए परिवार इस उम्मीद से वापस लौट आए कि आहाल सामान्य हो गए हैं। प्रशासन भी हर संभव मदद का दावा कर रहा है। मगर वापस लौटे तो मायूसी के अलावा कुछ नहीं मिला। बीमारी से तो जान बच गई, लेकिन पानी के लिए लोग भटक रहे हैं। बड़ी लापरवाही यह है कि जहां लोगों को पानी नहीं मिल रहा है, वहीं बस्ती में बिछाई गई नई लाइन से निकाले गए सरधना का मंडी चमारान मोहल्ला इस समय अपनी बदनसीबी से जूझ रहा है। करीब एक महीने से यहां के लोग आपदा का शिकार हो रहे हैं। बीती सात नवंबर से बस्ती में बीमारी फैलने का सिलसिला शुरू हुआ था। जो सैंकड़ों की संख्या में पहुंच गया था। कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। माना जा रहा था कि दूषित पानी के कारण लोग बीमार हो रहे हैं।

पहले तो गरीब परिवार बीमारी से जूझ रहे थे। फिर बीमारी के इलाज में लगने वाली रकम ने तोड़ दिया। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि मदद की जाएगी, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। बस्ती में पेयजल आपूर्ति के लिए टंकी की नई पाइप लाइन बिछाई गई। मगर समस्या खत्म नहीं हुई। क्योंकि पानी का प्रेशर नहीं आ रहा है। तमाम जोड़ तोड़ किए गए, बंद पड़ा सबमर्सिबल शुरू किया गया। इसके बाद भी हालत यह है कि तीन फुट पर भी पानी नहीं आ रहा है। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन सबकुछ ठीक होने का दावा कर रहा है। मगर हकीकत कुछ और ही है। बस्ती छोड़कर जाने वाले परिवार वापस तो आ गए हैं, लेकिन परेशानी उनका पीछा नहीं छोड़ रही है। लापरवाही ही हालत यह है कि बिछाई गई नई लाइन से दर्जनों कनेक्शन खुले छोड़ दिए गए। जिनसे लगातार पानी बर्बाद हो रहा है। एक ओर लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा है और दूसरी तरफ खूब बर्बादी हो रही है। इस मलीन बस्ती का दर्द कोई समझने को तैयार नहीं है।

दर्जनों कनेक्शन खुले पड़े: पालिका द्वारा बिछाई गई टंकी की पाइप लाइन से दर्जनों कनेक्शन छोड़े गए हैं। जिन पर कोई गेट वॉल नहीं लगाए गए हैं। कनेक्शन का पाइप भी महज एक या दो इंच छोड़ा गया है। जिस पर जोड़ लगना मुश्किल है। खुले पड़े इन कनेक्शन से दिन रात पानी की बर्बादी हो रही है। लोग लगातार प्रशासन से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

वापस तो लौटे, लेकिन परेशानी वही: बस्ती में बीमारी फैलने के कारण दर्जनों परिवार मकानों पर ताले लगाकर रिश्तेदारियों में चले गए थे। हालात सामान्य होने पर यह परिवार वापस तो लौट आए हैं, लेकिन समस्या खत्म नहीं हुई है। बस्ती के लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं।

टैंक तक नहीं पहुंच रहा पानी: पानी के इस्तेमाल के लिए छत पर रखे टैंक में पानी पहुंचना जरूरी है। मगर यहां तो तीन फीट तक भी प्रेशर नहीं आ रहा है। ऐसे में जैसे तैसे लोग सिर्फ पीने लायक ही पानी जमा कर पा रहे हैं। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

डीएम से मिले लोग: शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे डीएम दीपक मीणा से मंडी चमारान के लोगों ने मुलाकात की। उन्होंने डीएम को बस्ती की समस्या से अवगत कराया। बताया कि पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है। पानी का प्रेशर नहीं आ रहा है। जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। अभी तक पीड़ित लोगों की कोई आर्थिक मदद भी नहीं हुई है। उन्होंने डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए समस्या के समाधान की मांग की।

नया लगवाया जाए सबमर्सिबल: बस्ती में पानी का प्रेशर बहुत की कम आ रहा है। जुल्हैड़ा रोड स्थित सबमर्सिबल को चालू करने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। पालिका को चाहिए कि खोले गए नए गेट वॉल बंद करके मेनका के सामने नया सबमर्सिबल लगवाया जाए। ताकि पानी का प्रेशर बन सके और टैंक तक पानी पहुंच सके।-वीर सिंह भाटी, समाज सेवी

पाइप लाइन में बरती गई लापरवाही: बीमारी के दौरान लोग अस्पतालों में पड़े थे। तब पालिका द्वारा यहां टंकी की पाइप लाइन बिछाई गई। जिसमें बेहद लापरवाही बरती गई है। कनेक्शन छोड़ने के नाम पर एक दो इंच के पाइप बाहर निकाल रखे हैं। उन पर भी कोई बंद नहीं लगे हुए हैं। पहली बात तो इस पाइप पर जोड़ नहीं लग सकता। दूसरी बात पानी बहुत ज्यादा बर्बाद हो रहा है। कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अभी तक पीड़ित परिवारों की भी कोई मदद नहीं की गई है। -नसीम राणा, समाज सेवी

नई पाइप लाइन में कई जगह ज्वाइंट: जुल्हैड़ा रोड स्थित सबमर्सिबल चालू होने के बाद पानी के प्रेशर पर फर्क तो पड़ा है। मगर समस्या पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। क्योंकि बस्ती की नई लाइन को कई जगह से ज्वाइंट किया गया है। जिसके चलते सबमर्सिबल का पानी आगे निकल जाता है और प्रेशर नहीं बन पाता है। जुल्हैड़ा रोड पर सबमर्सिबल लगने के बाद दोनों ओर से प्रेशर बने तो कुछ बात बन सकती है। अधिकारियों से इस बारे में बाती की जा रही है।-सुभाष वेदप्रकाश, सभासद

पानी को निजी सबमर्सिबल से की जा रही मदद: बस्ती में पानी की सप्लाई तो शुरू हो गई है। मगर प्रेशर कम होने के कारण लोगों की परेशानी खत्म नहीं हुई है। अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया जा चुका है। हम अपने स्तर से भी हर संभव मदद कर रहे हैं। निजी सबमर्सिबल की मदद से लोगों को पानी की व्यवस्था करा रहे हैं। नगर पालिका प्रशासन जल्द समस्या का समाधान कराए। नहीं तो हालत और भी अधिक विकट हो जाएंगे।-हाजी सिराजुद्दीन मलिक, समाज सेवी

प्रेशर की समस्या का होगा समाधान: बस्ती में पानी का प्रेशर बढ़ाने के लिए एक सबमर्सिबल चालू कर दिया गया है। यदि इसके बाद भी पानी के प्रेशर की समस्या है तो उसके लिए भी समाधान कराया जाएगा। हर संभव कोशिश की जा रही है। बस्ती में व्यवस्था बनए रखने के लिए नगर पालिका प्रशासन दिन रात काम कर रहा है।-सबीला अंसारी, चेयरपर्सन नगर पालिका सरधना

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