प्रतापगढ़: छुट्टा मवेशियों के लिए बनी सरकारी गोशालाओं में व्यवस्था को लेकर घोर लापरवाही है. जहां प्रधान सक्रिय हैं वहां तो व्यवस्था ठीक चल रही है, लेकिन कुछ जगहों पर चारा-भूसा व दाना सही तरीके से नहीं मिलने पर मवेशी कमजोर होकर मरने के कगार पर हैं. अगई की गोशाला के बाद अब रॉकी की गोशाला में भी वही हाल है.
स्थानीय तहसील में लालगंज के साथ लक्ष्मणपुर, सांगीपुर, रामपुर संग्रामगढ़ सहित चारों ब्लॉक में गोशालाएं बनी हैं. सभी गोशालाओं में मवेशियों की संख्या में भी कोई कमी नहीं है. लेकिन गोशाला के मवेशियों की सेहत व देखरेख में जमकर लापरवाही बरती जा रही है. लालगंज के अगई में बनी गोशाला के मवेशियों को चारा व भूसा न मिलने से मरने का मामला सामने आया था. जिस पर प्रशासन की सख्ती के बाद सक्रियता दिखाई जा रही है. अब सांगीपुर के रॉकी में भी मवेशियों की व्यवस्था पर लापरवाही बरती जा रही है. केयर टेकर रामखेलावन का कहना है कि भूसा के अलावा कुछ नहीं है. दाना छह महीने से आया ही नहीं. पानी है लेकिन लाइन की कोई व्यवस्था नहीं है. इसी तरह शुकुलपुर की गोशाला में हरा चारा नहीं है. भूसा व दाना मवेशियों की संख्या के अनुपात में कम है. लालगंज के पहाड़पुर की गोशाला में सब कुछ ठीक मिला, लेकिन मवेशियों की संख्या के आधार पर पर्याप्त भूसा नहीं है. लक्ष्मणपुर की गोशालाओं में कटैया, देवली में व्यवस्था ठीक रही. रामपुर संग्रामगढ़ के रायगढ़ में भी मवेशी कमजोर मिले. रॉकी गोशाला में मवेशियों का इलाज करने वाले पशु चिकित्सक डॉ. धर्मेन्द्र सिंह का कहना है कि मवेशियों का इलाज किया जा रहा है. इसमें कोई समस्या नहीं है. चारा-भूसा कम मिलने से कमजोरी और बीमारी वजह बन रही है.
मवेशियों की संख्या
लालगंज ब्लॉक
● पहाड़पुर वृहद गोशाला 2198
● पहाड़पुर छोटी गोशाला में 69
● रामगढ रैला 70
● अगई 110 मवेशी
सांगीपुर ब्लॉक
● शुकुलपुर 126
● रॉकी 450
● देवरी 70
लक्ष्मणपुर ब्लॉक
● देवली 542
● कटैया नेवादा 431
● देवा तकली 69
रामपुर संग्रामगढ़ ब्लॉक
● कस्बा लतीफपुर 98
● पूरे बीरबल 141
● रायगढ़ 54
गोशाला के मवेशियों की व्यवस्था को लेकर लापवाही की बातें सामने आ रही हैं. इसको गंभीरता से लिया गया है. गोशालाओं का निरीक्षण किया जाएगा. जहां व्यवस्था में लापरवाही मिलेगी. संबन्धित के खिलाफ कार्रवाई होगी.
-लालधर सिंह यादव, एसडीएम, लालगंज
गोशालाओं के मवेशियों का इलाज करने के लिए अगल-अगल चिकित्सकों को जिम्मेदारी दी गई है. कहीं से मवेशियों के कमजोर व बीमार की सूचना नही मिली है. ऐसा है तो इसकी जानकारी कर इलाज किया जाएगा.
-डॉ. के के कबीर, डिप्टी सीबीओ, लालगंज