पेस्टीसाइड फैक्ट्री के विरूद्ध जांच कराने की मांग

Update: 2023-02-24 11:14 GMT

मुजफ्फरनगर:  पेस्टीसाइड फैक्ट्री से दूृषित हवा से रेड कश्मीरी एप्पल बेर के फल व फूल सूखकर नीचे गिरने लगे है। पीड़ित ने कईं बार इसकी शिकायत भी की, लेकिन उक्त पेस्टीसाइड फैक्ट्री के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया। अब पीड़ित ने जिलाधिकारी व कृषि रक्षा अधिकारी से इसकी जांच कराने व पेस्टीसाइड फैक्ट्री का लाइसेंस निरस्त किये जाने की मांग की है।

शहर के मोहल्ला आनंदपुरी निवासी राकेश राज एडवोकेट पुत्र स्व. एसके त्यागी का कहना है कि गांव जटमुझेड़ा में अंसल टाउन के मेन गेट के सामने मलपुरा फार्म्स के नाम से उनकी कृषि भूमि है। इसके पश्चिम के कुछ भाग से मिला हुआ एक गोदाम जनवरी 2022 से अमित त्यागी व सतेन्द्र ने किराये पर लिया हुआ है। साथ ही बताया कि इसमें एक पेस्टीसाइड बनाने की फैक्ट्री चलाई जा रही है।

राकेश राज का कहना है कि उन्होंने अपने कृषि फार्म्स में लगभग 300 पेड रैड कश्मीरी एप्पल बेर के पिछले पांच सालों से लगा रखे हैं। उन्होंने बताया कि इन पौधों को वेस्ट बंगाल से मंगाकर लगाया गया था। आरोप है कि जब से पेस्टीसाइड फैक्ट्री चालू हुई है, तब से उनके कश्मीरी एप्पल बेर के फूल काले पड़कर झड़ने लगे हैं।

उन्होंने बताया कि इन पेड़ों का फल फरवरी माह के अंत में तैयार हो जाता है और एक फल का वजन करीब 70-80 ग्राम हो जाता है। अप्रैल 2022 में पिछले वर्ष का फल खत्म हो जाने के उपरांत ये पेड़ बहुत बढ़िया डेवलेप हुए थे और माह अक्टूबर में इन पर बहुत बढ़िया फल आया था, लेकिन पेस्टीसाइड फैक्ट्री की तरफ से आने वाली कैमिकल युक्त हवा के कारण फल काला पड़कर झडने लगा है।

बहुत उपचार करने के पश्चात थोड़ा फूल, लेकिन वह भी थोड़े समय बाद पीला पड़कर सूखकर गिरने लगा। राकेश राज ने बताया कि इसकी शिकायत वे कई बार जनपद के कृषि रक्षा अधिकारी से कर चुके हैं, लेकिन अभी तक उक्त कोई कार्रवाई नहीं की गई है। एडवोकेट राकेश राज ने जिलाधिकारी व कृषि रक्षा अधिकारी को पुन: शिकायती पत्र देकर इसकी जांच कराने मांग की है।

Tags:    

Similar News

-->