साइबर ठगों ने महिला को डिजिटल अरेस्ट कर 12 लाख रुपये वसूले
पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी
गाजियाबाद: साइबर अपराधियों ने पार्सल में ड्रग्स और संदिग्ध दस्तावेज भेजने के नाम पर ब्लैकमेल कर महिला से 12 लाख रुपये ऐंठ लिए. आरोपियों ने इस दौरान खुद को मुंबई साइबर सेल से बताते हुए महिला का दाउद इब्राहिम के करीबी होने की बात भी कही. मनी लांड्रिंग के पैसों का लेनदेन बताकर जेल भेजने की धमकी दी. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
अहिंसा खंड-एक के राजहंस अपार्टमेंट में रहने वाली जयिता चक्रवर्ती का कहना है कि 14 को उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया. कॉलर ने अपना परिचय फेडेक्स कुरियर सर्विस मुंबई का कर्मचारी के रूप में दिया. उसने बताया उनके आधार कार्ड से छेड़छाड़ की गई है और उनके नाम से कुछ प्रतिबंधित नशीले पदार्थों का सैंपल मुंबई से ताइवान भेजने का प्रयास किया गया है. जयिता चक्रवर्ती का कहना है कि कॉलर ने उन्हें कुरियर और पार्सल संबंधी सभी विवरण दिया. उसने उन्हें भेजने वाले का विवरण, पैकेज नंबर बताया और कहा कि पार्सल में कपड़े, लैपटॉप, सिम कार्ड, 0 मिलीग्राम अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधित ड्रग्स हैं. कॉलर ने उनका पार्सल कस्टम विभाग द्वारा रोकने की बात कहते हुए कहा कि उन्हें मुंबई साइबर क्राइम विभाग से जोड़ा जा रहा है.
जयिता चक्रवर्ती का कहना है कि कॉलर ने उन्हें एक व्यक्ति के साथ जोड़ा, जिसने खुद को मुंबई साइबर क्राइम से बताया. उसने उन्हें स्काइप वीडियो कॉल पर लिया और जांच के नाम पर उन्हें दो घंटे तक कैमरे के सामने बैठाए रखा. इसके बाद उन्हें यह कहकर सीआईडी का नोटिस भेजा गया कि उनके आधार कार्ड पर खुले खातों का इस्तेमाल मोहम्मद आतिफ इस्लाम के खाते के साथ मनी लॉंड्रिंग में किया जा रहा है. उन्हें बताया गया कि मोहम्मद आतिफ इस्लाम वर्तमान में जेल में बंद है और वह दाउद इब्राहिम से जुड़ा हुआ है. मुंबई साइबर क्राइम के अधिकारी ने कहा कि पूर्व की ट्रांजेक्शन हिस्ट्री डिलीट तो नहीं कर दी गई है, इसके लिए उनके खाते का सत्यापन किया जाना जरूरी है.