कानपूर न्यूज़: कानपुर में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं को अब रूस में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा. वे न सिर्फ विदेश के शिक्षकों से पढ़ सकेंगे बल्कि वहां के छात्रों संग रिसर्च भी करेंगे. इसके लिए सीएसजेएमयू और रूस की पेस्ट्रोजाबोस्क स्टेट यूनिवर्सिटी के बीच एमओयू हुआ है. विवि का यह पहला इंटरनेशनल समझौता है. अभी तक यह सुविधा आईआईटी के छात्र-छात्राओं को ही मिलती थी.
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के कुलपति प्रो. विनय पाठक और रूस की यूनिवर्सिटी के अंतर्राष्ट्रीय विभाग की प्रमुख निदेशक प्रो. मरीना गोसदेवा के बीच समझौता हुआ. वर्चुअल माध्यम से हुए समझौते के बाद पहली बैठक हुई और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और अत्याधुनिक रिसर्च को लेकर रणनीति बनी.
प्रो. पाठक ने कहा कि रूस की इस यूनिवर्सिटी की क्यूएस रैंकिंग 260 है. प्रो. पाठक ने भारत व रूस के पुरातन संबंधों को बताया और विवि में चल रही योजनाओं से अवगत कराया. समझौते के बाद लेक्चर सीरीज, संयुक्त रिसर्च प्रोग्राम, फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम, स्टूडेंट्स एक्सचेंज प्रोग्राम को शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कानपुर के छात्र कुछ समय के लिए पढ़ने रूस जाएंगे और वहां के छात्र शहर आएंगे. प्रो. मरीना गोसदेवा ने रूस में चल रहीं विभिन्न रिसर्च व योजनाओं की जानकारी दी. कहा, उनका विवि डायबिटीज एवं निर्माण के क्षेत्र में होने वाले शोधों में अग्रणी है. उन्होंने कहा कि जल्द छात्रों व शिक्षकों का संयुक्त रिसर्च प्रोग्राम भी शुरू किया जाएगा. प्रति कुलपति प्रो. सुधीर अवस्थी ने कम तापमान के कारण होने वाली विविध प्रकार की जटिलताओं पर हो रहे शोध के साथ डायबिटीज व कैंसर पर हुए कार्यों की जानकारी दी