4 पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज, जबरन साइन कराए 5-5 लाख रुपये के दो चेक
नोएडा पुलिस (Noida Police) ने चार पुलिसकर्मियों समेत छह लोगों के खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज किया है.
नोएडा पुलिस (Noida Police) ने चार पुलिसकर्मियों समेत छह लोगों के खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज किया है. आरोप है कि गाजियाबाद के 4 पुलिसकर्मियों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर एक शख्स से जबरन वसूली (Police Demand Extortion Money) की. आरोपों के मुताबिक पुलिस ने पीड़ित पर दवाब बनाकर उससे 5-5 लाख रुपये के दो चेक साइन करने पर मजबूर किया. इसके साथ ही उ पर नोएडा के रहने वाले तीन लोगों को जबरन थाने में रखने का भी आरोप है. कहा जा रहा है कि थाने में ही उन्हें चेक साइन करने के लिए मजबूर किया गया था.
नोएडा पुलिस अब इन आरोपों की जांच कर रही है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मी गाजियाबाद (Ghaziabad Police) में तैनात हैं. जबरन वसूली की घटना 23 अक्टूबर की बताई जा रही है. इस घटना को लेकर नोएडा फेज-3 पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है.जबरन वसूली की शिकायत 50 साल के लीलू नाम के शख्स ने कराई थी. लीलू ने बताया कि कुछ समय पहले उन्होंने गांव बहलोलपुर के रहने वाले राजेंद्र यादव से कर्ज लिया था. जिसे उन्होंने वापस कर दिया था.
जबरन साइन कराए 5-5 लाख रुपये के दो चेक
लीलू का आरोप है कि शनिवार सुबह राजेंद्र यादव अपने बेटे अमित और चार पुलिसकर्मी के साथ उनके घर गढ़ी चौखंडी में पहुंचे थे. उनका कहना है कि सभी ने उन्हें और उनके भतीजे को जबरन घर से उठा लिया. पीड़ित लीलू ने बताया कि सभी लोग उन्हें जबरन इंदिरापुरम थाने ले गए और उन्हें 5-5 लाख रुपये के दो चेक पर जबरन साइन करने के लिए मजबूर किया. उन्होंने बताया कि जबतक उन्होंने चेक साइन नहीं किए उन्हें थाने से बाहर ही नहीं निकलने दिया गया.
4 पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज
एक अधिकारी ने बताया कि इंदिरापुरम थाने से रिहा होने के बाद लीलू ने अपने भाई और भतीजे के साथ मिलकर नोएडा पुलिस से मामले की शिकायत की. नोएडा पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि शिकायत के आधार पर, राजेंद्र यादव, उनके बेटे अमित और चार अज्ञात पुलिस कर्मियों के खिलाफ फेज 3 पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है. नोएडा पुलिस ने कहा कि सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 384 (जबरन वसूली) के तहत FIR दर्ज की गई है. पुलिस मामले की जांच की जा रही है.