Noida जेवर हवाई अड्डे से कार्गो विमान भी उड़ान भरेंगे, एयरपोर्ट परिसर में 80 एकड़ में मल्टी मॉडल कार्गो हब विकसित किया जाएगा

कार्गो विमान भी उड़ान भरेंगे, एयरपोर्ट परिसर में 80 एकड़ में मल्टी मॉडल कार्गो हब विकसित किया जाएगा

Update: 2023-10-07 06:50 GMT
उत्तरप्रदेश   नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर की शुरुआत से कार्गो फ्लाइट भी उड़ेगी. इनकी संख्या धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी. यहां से सामान देश-विदेश जा सकेगा. इसका फायदा गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद के जिलों को मिलेगा. दोनों जिलों का सामान अभी इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) से जाता है. दिल्ली एयरपोर्ट के कार्गो में दोनों जिलों की बड़ी हिस्सेदारी है.
जेवर में नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण 1334 हेक्टेयर में चल रहा है. यह एयरपोर्ट एक रनवे के साथ शुरू कर दिया जाएगा. यहां यात्रियों के साथ-साथ कार्गो की अपार संभावनाएं हैं. एयरपोर्ट की शुरुआत में पहले दिन एक कार्गो फ्लाइट उड़ेगी. धीरे-धीरे फ्लाइट की संख्या बढ़ेगी. कार्गो की संभावनाओं को देखते हुए एयरपोर्ट परिसर में 80 एकड़ में मल्टी मॉडल कार्गो हब विकसित किया जाएगा. यहां से दो करोड़ टन माल सालाना तक जा सकेगी. इसमें कूलपोर्ट बनेगा, जिससे दवाओं आदि के लिए उचित तापमान मिल सकेगा. कोरियर टर्मिनल और ट्रकिंग सिस्टम भी बनेगा. इसके निर्माण में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी नोएडा एयरपोर्ट से उड़ने वाली फ्लाइट में 62 घरेलू होंगी. इसको भी दो श्रेणियों में बांटा गया है. इसमें 25 सामान्य स्थानों के लिए फ्लाइट होंगी. इसमें मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद आदि शामिल शामिल होंगे, जबकि 37 फ्लाइट रीजनल कनेक्टिविटी के लिए होंगी. ये फ्लाइट देहरादून, पिथौरागढ़, हुबली आदि शहरों के लिए उड़ान भरेंगी. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की सेवा इंडिगो और एयर इंडिया मुहैया कराएंगी. एयरपोर्ट जाने के लिए लोगों को दिल्ली में मिलने वाले जाम से मुक्ति मिल सकेगी. साथ ही, आईजीआई पर यातायात का दबाव भी कम हो सकेगा.
दो एयरलाइंस बनाएंगी अपना बेस नोएडा एयरपोर्ट पर एयरलाइंस कंपनियों ने भी अपनी रुचि दिखानी शुरू कर दी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर को इंडिगो और एयर इंडिया एयरलाइंस अपना बेस बना सकते हैं. दोनों एयरलाइंस के विमान इसी एयरपोर्ट के हैंगर में खड़े होंगे. इसके लिए कवायद की जा रही है.
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