शिविर कार्यालय में बीडीओ ने डीएम से की अभद्रता, एफआईआर दर्ज

अभद्रता

Update: 2024-02-17 10:10 GMT

आगरा: डीएम के शिविर कार्यालय में बड़ा घटनाक्रम हो गया. शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं की बैठक में डीएम ने बरौली अहीर के बीडीओ से विकास कार्यों की धीमी रफ्तार पर जवाब जानना चाहा. इस पर बीडीओ उत्तेजित हो गए. उन्होंने जिलाधिकारी के साथ अभद्रता कर दी. इस मामले में खंदौली के एडीओ पंचायत द्वारा बीडीओ के खिलाफ थाना रकाबगंज में मुकदमा दर्ज कराया गया है. वहीं डीएम ने शासन को घटनाक्रम की जानकारी देते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है.

बैठक शालीनता और शांतिपूर्ण ढंग से चल रही थी. इसी बीच जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने बरौली अहीर विकास खंड की समीक्षा की. उन्होंने बीडीओ अनिरुद्ध प्रताप सिंह से पूछा कि नगला कली उजरई रोड पर पानी भरने की समस्या क्यों नहीं खत्म हो पा रही है. वहां तालाब बनाने के लिए किस तरह से खुदाई की जा रही है. क्षेत्रीय जनता परेशान है. इस पर बीडीओ उत्तेजित हो गए. वह बोले सारे काम मैं ही करूंगा क्या. वह अन्य सवालों के जवाब देने के बजाय डीएम से अभद्रता करने लगे. बैठक में मौजूद खंदौली के सहायक विकास अधिकारी पंचायत पंकज कुमार ने थाना रकाबगंज में दी गई तहरीर में लिखा कि बीडीओ अनिरुद्ध प्रताप सिंह द्वारा डीएम के साथ शारीरिक हमलाकर हाथापाई का भी प्रयास किया गया.

चर्चित रहे हैं बीडीओ,की थी पीडी के साथ अभद्रता

अहीर के खंड विकास अधिकारी अनिरुद्ध चौहान पूर्व में भी चर्चित रहे हैं. वर्ष 2022 में जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक भीमजी उपाध्याय के साथ अभद्रता किए जाने पर शासन स्तर से जांच हो चुकी है. मनरेगा में गबन का मामला भी प्रकाश में आया था. इस मामले में दो माह तक जांच दबी रहने पर आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग ने उपायुक्त मनरेगा से नाराजगी भी जताई थी. वर्ष 2022 में बीडीओ चौहान एत्मादपुर में तैनात थे. उस दौरान परियोजना निदेशक के साथ अभद्रता का मामला हुआ था. तब बीडीओ की शिकायत आयुक्त ग्राम्य विकास से की गई थी. उन्होंने संयुक्त आयुक्त प्रशासन ग्राम्य विकास विभाग को जांच अधिकारी बनाया था. बाद में परियोजना निदेशक ने शिकायत वापस ले ली और दोनों के बीच समझौता हो गया था.

ये की थी शिकायत

30 मार्च 2023 में परियोजना निदेशक ने शिकायत की थी कि उन्होंने ग्राम पंचायत चिरहौली, गढ़ी बच्ची बरहन और नवलपुर विकास खंड एत्मादपुर में मनरेगा एवं राज्य वित्त से कराए गए कार्यों के निरीक्षण में 176971 रुपये की वित्तीय अनियमितता/गबन होना पाया.

तत्कालीन आयुक्त ग्राम्य विकास जीएस प्रियदर्शी ने उपायुक्त मनरेगा को 9 जून 2023 में पत्र लिखकर नाराजगी जताई थी. जानकारी मांगी थी, लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी की गई कार्रवाई से अवगत नहीं कराया गया.

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