Bareilly: गिलियन बैरे सिंड्रोम से पीड़ित निशांत गंगवार का निधन

Update: 2024-09-20 15:25 GMT
Bareilly बरेली :  मृतक के पिता ने कहा- 2.5 महीने में 25 लाख रुपये हमसे ले लिया था| उसके बाद भी उसमें कोई सुधार नहीं था और 2.5 महीने में जेबी इसमें थोड़ा सुधार होने लगा तब भी अचानक एक दिन इसकी मम्मी को दबाई लेने भेज दिया और जेबी वो लौटकर दबाई लेकर आइए तब तक देखा कि उसमें कुछ नहीं बचा था| इन्होने कोई गलत दबाई दी थी और बाद में एक डॉक्टर थी डॉ.अनीता ने अपनी गलती को कुबूल भी किया था और बोला था कि बेटा हमसे गलती हो गई| उसके बाद इन लोगो ने हमारे साथ दुर्व्याभार करने हमसे लड़ने लगे थे, फिर हमने जाकर उच्च अधिकारियों से शिकायत की, इनके खिलाफ प्रधान मंत्री, मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री सभी को शिकायत दर्ज कराई |  
उसके बाद में जब इनकी सारी जान्चें हुई तब ये लोग दोषी पाए गए, इसके बाद उस समय मौजुद डीएम सुरेंद्र सिंह ने इसकी जांच कराई थी, उसमें हमने इनके लिए 25 लाख का बिल दे दिया था। जांच कराई उसमें ये लोग दोषी पाए गए, फिर डीएम साहब ने मुख्यमंत्री कोष से इसके इलाज के लिए अस्पताल वालों के लिए कहा, जो इन्होनें मांग की थी वो पैसा भी डीएम साहब ने भेजा दिया और जब हमने ये काम किया उसके बाद से इन लोगों ने कभी हमें उससे मिलने नहीं दिया। हम जब भी जाते थे हमें गार्ड्स के द्वार भगा दिया करते थे | बच्चे की 4 दिन पहले मृत्यु हो गई लेकिन हमें कोई सूचना नहीं दी 3 दिन बाद दैनिक जागरण वाले हमारे घर आए तब हमें पता चला कि उसकी मृत्यु हो गई है फिर हम
डीएम साहब
से मिलने गए, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो पाई टीबीबी हमने एचडीएम से मिले उनके सामने अपनी बात रखी और अस्पताल के खिलाफ कार्यवाई करने और बच्चे के शव को लेने की गुहार लगाई एबीबी टैब अस्पताल प्रबंधक की तरफ से हमें कोई सूचना नहीं दी गई है और बिना बच्चे के माता पिता किसी रिश्तेदार के मौजूद हुए उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया .

मृतक के पिता ने दी जानकारी

Tags:    

Similar News

-->