बरेली: कचहरी के पास चेंबर में घुसकर अधिवक्ता पर फायरिंग के चार आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने जेल भेज दिया. उनके कब्जे से तमंचा, कारतूस और खोका बरामद हुए है. उनके एक अन्य साथी की पुलिस तलाश कर रही है. साथ ही मुख्य आरोपी सचिन के पिता राजू वाल्मीकि से भी पुलिस पूछताछ करेगी.
चनेहटी निवासी राजू वाल्मिकी हत्या के मामले में जेल में बंद है, जिसकी पैरवी अधिवक्ता राजाराम कर रहे हैं. मुकदमे की पैरवी को लेकर सचिन संतुष्ट नहीं है. दोपहर अधिवक्ता राजाराम चैंबर में बैठे थे तो उसी दौरान सचिन अपने साथी मोहित, देव, रोहित व एक अन्य के साथ पहुंचा. आरोपियों ने तमंचा तानकर अधिवक्ता पर गोली चला दी. इससे वहां हड़कंप मच गया और वकीलों ने चारों को पकड़कर पिटाई शुरू कर दी. एक अन्य आरोपी मौके से फरार हो गया. सूचना पर सीओ पंकज श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और किसी तरह आरोपियों को बचाकर कोतवाली भिजवाया. इन सभी के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. पुलिस ने सचिन, मोहित, रोहित और देव को जेल भेज दिया. कोतवाली इंस्पेक्टर अमित पांडेय ने बताया कि उनके पांचवें आरोपी की तलाश में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी जा रही है. सचिन ने बताया है कि उसके पिता राजू ने ही वकील राजाराम के पास केस के बारे में पूछताछ के लिए भेजा था. इसलिए जेल में बंद राजू से भी पूछताछ की जाएगी.
हमलावरों के निशाने पर था वकील का बेटा: पुलिस की जांच में सामने आया कि हमले से पहले सचिन अकेले ही अधिवक्ता राजाराम के चैंबर पर पहुंचा था. केस के बारे में जानकारी लेने के दौरान वह अधिवक्ता के बेटे से अभद्रता कर धमकी देने लगा तो उन्होंने डांट दिया. इस पर वह नाराज होकर चला गया और शराब पीकर अपने दोस्तों के साथ दोबारा आ गया. अधिवक्ता का बेटा उसके निशाने पर था लेकिन वह कोर्ट में थे. इसी बीच अधिवक्ता राजाराम चैंबर में पहुंच गए तो उसने उन्हीं पर गोली चला दी.