Bareilly: इलाहाबाद विश्वविद्यालय और एनआरडीसी ने किया समझौता

समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया जो 10 वर्षों तक वैध रहेगा

Update: 2024-06-04 09:35 GMT

बरेली: बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) संरक्षण और प्रौद्योगिकी व्यावसायीकरण के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आधीन उद्यम राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) के साथ समझौता किया है. रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला और एनआरडीसी के सीएमडी कमोडोर अमित रस्तोगी ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया जो 10 वर्षों तक वैध रहेगा.

इविवि की जनसंपर्क अधिकारी प्रो. जया कपूर ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह उपलब्धि कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के प्रयासों से संभव हुई है. डीन शोध प्रो. एसआई रिज़वी ने कहा कि प्रतिभा के बावजूद छात्रों और शोधकर्ताओं को अपने उत्पादों को पेटेंट करने और व्यावसायीकरण करने में मार्गदर्शन की कमी थी जो अब नहीं होगी. वहीं इविवि पेटेंट समिति के अध्यक्ष डॉ. विष्णु प्रभाकर श्रीवास्तव ने कहा कि सामाजिक लाभ के लिए विश्वविद्यालय के नवाचारों का व्यावसायीकरण करने के प्रयास शुरू किए हैं. इस समझौते का उद्देश्य विश्वविद्यालय से निकलने वाली प्रौद्योगिकियों, जानकारी, आविष्कारों और पेटेंटों को बढ़ावा देना, विकसित करना और उनका व्यावसायीकरण करना है.

कैंसर से बचाव के लिए समय से जांच जरूरी: चाइल्ड केयर ट्रस्ट की ओर से मिंटो रोड स्थित कार्यालय महिलाओं में गर्भाशय कैंसर की समस्या पर संगोष्ठी हुई. इस मौके पर स्त्रत्त्ी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतिमा मिश्रा ने कहा कि बीमारी की रोकथाम के लिए नियमित जांच कराना जरूरी है. बीमारी का पता जितना जल्दी चलेगा, इलाज उतना अच्छा होगा. डायटिशियन डॉ. निहारिका ने कहा कि भोजन में पौष्टिक खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए. इस मौके पर महिलाओं का सैनेटरी पैड वितरित किया गया. अध्यक्ष वंदना पांडेय, कोषाध्यक्ष ममता महारानी रहीं.

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