Ayodhya: रामलला के दर्शन का नया रिकॉर्ड , एक दिन में 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

Update: 2025-02-14 03:35 GMT
Ayodhya अयोध्या:  प्रयागराज से माघ पूर्णिमा पर स्नान कर रातों-रात 15 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंच गए। भारी भीड़ को देखते हुए अधिकारियों ने ग्राउंड जीरो पर उतरकर मोर्चा संभाल लिया। सुबह से देर शाम तक रामजन्मभूमि और हनुमान गढ़ी में श्रद्धालुओं की कतार नहीं टूटी। तीन किलोमीटर के क्षेत्र में सिर्फ श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आए। गुरुवार को छह लाख से अधिक राम भक्तों ने रामलला के दर्शन कर नया कीर्तिमान बनाया है। लता मंगेशकर चौराहे से लेकर निकास मार्ग तक करीब तीन किलोमीटर के क्षेत्र और करीब दो किलोमीटर के भक्ति पथ में लोगों की भीड़ के चलते जमीन नजर नहीं आ रही थी। इन मार्गों पर भीड़ इतनी थी कि सभी श्रद्धालु एक दूसरे से लगभग चिपके हुए थे। इसके बावजूद श्रद्धालुओं पर आस्था का चरम दिखा। पूरे क्षेत्र में जय श्रीराम का नारा गूंजता रहा। माताएं गोद में शिशुओं को लेकर दर्शन दीर्घा से आगे बढ़ती रहीं तो पिता दो साल से अधिक उम्र के बच्चों को कंधों पर लेकर चलते रहे। हर कोई सिर्फ राम नाम का जाप करता नजर आया।
एसडीएम व मंदिर मजिस्ट्रेट अशोक सैनी ने बताया कि बुधवार को भी करीब पांच लाख लोगों ने दर्शन किए। उन्होंने बताया कि गुरुवार को छह लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई, यह अब तक की सर्वाधिक संख्या होगी। प्रयागराज से माघ पूर्णिमा पर स्नान कर रातभर में 15 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंच गए। अत्यधिक भीड़ को देखते हुए अधिकारियों ने ग्राउंड जीरो पर उतरकर मोर्चा संभाल लिया। सुबह से देर शाम तक रामजन्मभूमि व हनुमान गढ़ी पर श्रद्धालुओं की कतार नहीं टूटी। तीन किलोमीटर क्षेत्र में सिर्फ श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आए। गुरुवार को छह लाख से अधिक राम भक्तों ने रामलला के दर्शन कर नया कीर्तिमान बनाया है। लता मंगेशकर चौराहे से लेकर निकास मार्ग तक करीब तीन किलोमीटर क्षेत्र व करीब दो किलोमीटर के भक्ति पथ में लोगों की भीड़ के चलते जमीन नजर नहीं आ रही थी। इन मार्गों पर भीड़ इस कदर खचाखच भरी थी कि सभी श्रद्धालु एक दूसरे से लगभग चिपके हुए थे। इसके बावजूद श्रद्धालुओं पर आस्था का चरम दिखा।
पूरे क्षेत्र में जय श्रीराम का नारा गूंजता रहा। दर्शन दीर्घा से माताएं शिशुओं को गोद में लेकर आगे बढ़ती रहीं तो पिता दो वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को कंधों पर उठाकर चलते रहे। हर कोई सिर्फ राम नाम का जाप करता नजर आया। एसडीएम व मंदिर क्षेत्राधिकारी अशोक सैनी ने बताया कि बुधवार को भी करीब पांच लाख लोगों ने दर्शन किए थे। उन्होंने बताया कि गुरुवार को छह लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई, यह अब तक की सर्वाधिक संख्या होगी। रामजन्मभूमि परिसर में आपात स्थिति व भीड़ नियंत्रण की कमान आईजी, एडीजी व सीआरपीएफ कमांडेंट संभाले रहे। इसके साथ ही वे बाहर भीड़ की संख्या का भी आकलन करते रहे। उधर, एसएसपी राजकरन नय्यर रामपथ पर भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे रहे। बीच-बीच में तुलसी उद्यान के पास श्रद्धालुओं को रोका व छोड़ा जाता रहा। इससे कहीं अव्यवस्था नहीं हुई। वे लगातार पुलिस कर्मियों से मोबाइल पर फीडबैक लेते नजर आए।
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