उत्तर प्रदेश में साइबर ठगी के शिकार हुए ASP, फेसबुक अकाउंट हैक, बोले- पाताल लोक से भी ढूंढ निकालूंगा
उत्तर प्रदेश में इन दिनों साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, कहीं ATM हैक हो रहा तो कहीं सोशल मीडिया पर बनी आइडिया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश में इन दिनों साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, कहीं ATM हैक हो रहा तो कहीं सोशल मीडिया पर बनी आइडिया (Hacking Case in UP). हैकरों का मकड़जाल लगातार बढ़ रहा है. हौंसले इतने बुलंद हैं कि हैकरों ने अब उन्नाव के अपर पुलिस अधीक्षक को टारगेट में लिया. अपर पुलिस अधीक्षक की फेसबुक आईडी हैक की गई है जिसकी जानकारी खुद अपर पुलिस अधीक्षक ने फेसबुक पर पोस्ट डाल कर साझा की है (Unnao ASP FB account Hacked). उनकी आईडी हैक कर पैसे के लेनदेन का प्रयास किया गया. ASP ने साइबर हैकरों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. वहीं साइबर सेल आईडी हैक करने वाले की जानकारी जुटाने में लग गई है (Cyber Crime in UP). मामले में ASP ने कहा कि हैकरों को पाताल लोक से भी ढूंढ निकालूंगा.
हैकरों ने उन्नाव में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर का फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया है. ASP की आईडी हैक कर हैकरों ने खुलेआम पुलिस को चुनौती दी है. फेसबुक आईडी हैक हो जाने की जानकारी खुद अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने फेसबुक पर पोस्ट कर दी शशि शेखर सिंह ने फेसबुक पर लिखा है कि "कृपया संज्ञान लें किसी आपराधिक व्यक्ति द्वारा मेरा फेसबुक आईडी हैक कर पैसे के लेनदेन का प्रयास किया जा रहा है. सावधान रहें." इस पोस्ट के बाद तरह तरह के कमेंट आना शुरू हो गए हैं मनोज कुमार ने कमेंट करते हुए लिखा है कि "आपका एकाउंट भी हैक कर लिया, लगता है अनभिज्ञ है वो आपसे या आपकी सहज कार्य शैली का लाभ उठाना चाह रहा है."
चर्चा का विषय बना ASP का अकाउंट हैक होना
वहीं शशि शेखर सिंह ने कमेंट में बताया है कि F.I.R. करा दी है. पाताल लोक से भी ढूंढ निकालूंगा. फिलहाल किस तरह से अपर पुलिस अधीक्षक की फेसबुक आईडी हैक होने से उन्नाव के लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. जहां एक तरफ उन्नाव पुलिस साइबर क्राइम को लेकर लोगों को जागरूक कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ अपर पुलिस अधीक्षक उन्नाव कि फेसबुक आईडी हैक हो गयी। वही साइबर सेल आईपी ऐड्रेस ट्रेस करने में जुट गया है.
हाल ही में वाराणसी के मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के नाम से सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर पाकिस्तानी हैकर्स द्वारा अधिकारियों और लोगों से गिफ्ट और पैसा मांगने का मामला सामने आया था. मामले में डीएम कौशल राज शर्मा ने लोगों से अपील की थी कि वह ऐसे किसी जालसाज के झांसे में न आएं. जिन मोबाइल नंबर से पैसा और गिफ्ट मांगा जा रहा है, उनका नाम-पता फर्जी है. बताया गया था कि जालसाजों के नंबर की लोकेशन जम्मू-कश्मीर के पाकिस्तान बॉर्डर पर मिली थी.