Gondaकर्नलगंज, गोण्डा। तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत एक गांव निवासी पचहत्तर वर्षीय बुजुर्ग न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है। पीड़ित का कहना है कि पहले उसे मृतक दिखाकर उसकी जमीन जालसाजों ने अपने नाम दर्ज करा ली तब वह अपने जीवित होने के प्रमाण पत्र के लिए भटकता रहा, जब मंडलायुक्त ने मृतक के बजाय उसे जीवित होने का प्रमाण पत्र दिया तो उसकी जमीन को जालसाजों ने दूसरे के हाथ बैनामा कर दिया। अब बुजुर्ग अपनी जमीन वापस पाने के लिए भटक रहा है। तहसील कर्नलगंज क्षेत्र के ग्राम पुरैना थाना परसपुर निवासी रामशंकर उपाध्याय ने शनिवार को अपर पुलिस अधीक्षक को एक प्रार्थना पत्र दिया और मामले की जांच एंटी फ्रॉड सेल से कराने की मांग की। जिस पर अपर पुलिस अधीक्षक ने जांच एंटी फ्रॉड सेल को सौंपी है।
पीड़ित रामशंकर उपाध्याय का कहना है कि पहले उसे जालसाजी करके कागजों में मृतक दर्ज कर दिया गया और उसके खाते की भूमि में सह खातेदार बनकर जमीन हथियाने की कोशिश की। तब उसने मंडलायुक्त न्यायालय पर उपस्थित होकर जीवित होने का प्रमाण दिया। जिस पर मंडलायुक्त ने वर्ष 2022 में उसे जीवित होने का प्रमाण पत्र दिया, लेकिन खतौनी में सह खातेदार बने लोगों का नाम नहीं हटा। जिसका फायदा लेकर बीते बीस अगस्त को बाईस बीघा भूमि में से पांच बीघा भूमि दूसरे के नाम बिक्री कर दी गई। पीड़ित बुजुर्ग ने मुकदमा दर्ज कराने की मांग करते हुए प्रार्थना पत्र दिया है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक राधेश्याम का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है,एंटी फ्रॉड सेल को मामले की जांच सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद उसमें संलिप्त लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के साथ वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।