मुरादाबाद न्यूज़: निकायों में अध्यक्ष पद पर इस बार पुरुषों का वर्चस्व कायम रहा. महापौर और नगर पालिका में महिलाओं को एक भी अध्यक्ष पद पर जीत नहीं मिली. आठ नगर पंचायतों में सिर्फ तीन पर महिलाएं उन्हीं सीटों पर अध्यक्ष बनीं जो आरक्षित थीं.
कुल ग्यारह नगर निकायों में चुनाव के परिणाम इसकी गवाही दे रहे हैं. महापौर समेत दो नगर पालिकाओं और आठ नगर पंचायतों के परिणाम आधी आबादी के लिए निराशाजनक रहे. पिछली बार एक नगर पालिका बिलारी में अध्यक्ष पद पर महिला प्रत्याशी ज्योति को जीत मिली थी इस बार वह दूसरे स्थान पर रहीं. नगर पंचायतों में पिछली बार छह महिलाओं ने अध्यक्षी पर कब्जा जमाया था. इस बार अनुसूचित महिला के लिए आरक्षित पहली बार नगर पंचायत बनी महमूदपुर माफी से बबिता, ओबीसी महिला के लिए रिजर्व भोजपुर से फरखन्दा जबीं और महिला के लिए आरक्षित कुंदरकी से जीनत जहां जीती हैं.
भाजपा ने सबसे ज्यादा दिए छह टिकट, दो पर ही मिली जीत
इस बार निकाय चुनाव में प्रमुख दलों ने महिलाओं को भाजपा ने सबसे ज्यादा छह टिकट दिए. इनमें भाजपा की दो प्रत्याशी महमूदपुर माफी से बबिता और भोजपुर से फरखंदा जबीं जीतीं. सपा ने 5 निकायों में महिलाओं को उतारा. बसपा ने भी इतनी सीटों पर महिलाओं को प्रत्याशी बनाया. कांग्रेस ने कुल चार सीटों पर महिलाओं को टिकट दिया. कुंदरकी से एआईएमआईएम की प्रत्याशी जीनत को जीत मिली. सपा, बसपा और कांग्रेस की कोई महिला प्रत्याशी नहीं जीतीं.