Allahabad: 2600 करोड़ रुपये का टैक्स दबाए बैठे बकायेदार, वसूली फिसड्डी

"दो सौ भवनों की कुर्की का नोटिस जारी"

Update: 2025-01-25 08:47 GMT

इलाहाबाद: नगर निगम का टैक्स विभाग आधुनिक हो गया, कंप्यूटर ऑपरेटर भी आउटसोर्सिंग में पर रख लिए, लेकिन गृहकर वसूली प्रतिशत नहीं बढ़ा. नगर निगम सदन में भी मामला उठा है कि विभाग के 2600 करोड़ के बकायेदार हैं. ऐसे में विभाग ने अब बड़े बकायेदारों पर एक्शन शुरू कर दिया है. 200 से ज्यादा ऐसे भवन हैं, जिन्हें कुर्की के नोटिस जारी किए गए हैं.

हाउस, वाटर और सीवर टैक्स की वसूली में विभाग लगातार पीछे चल रहा है. यही वजह है कि विभागीय अधिकारियों से लेकर कर अधीक्षक, राजस्व निरीक्षक और टीसी आदि का वेतन रोकने की कार्रवाई हो चुकी है. शासन से लेकर प्रशासन और नगरायुक्त ने भी कई बार चेतावनी देकर अधिकारियों को टैक्स वसूली शत प्रतिशत करने की हिदायत दी है. शहर में चार जोन बनाए गए हैं. इनमें 1.95 लाख के करीब करदाता है. इनमें से 35 से 40 हजार कॉमर्शियल करदाता है. दर्जनों सरकारी विभाग है. ज्यादातर पर 15 से 20 लाख बकाया है. सरकारी विभागों से लेकर बड़े व्यावसायिक, आवासीय और मिश्रित भवन पर नगर निगम का करीब 2600 करोड़ रुपये का बकाया चल रहा है. मुख्य कर निर्धारण अधिकारी प्रदीप कुमार मिश्र का कहना है कि टैक्स विभाग की पूरी टीम को शत प्रतिशत रिकवरी करने के निर्देश दिए है. बड़े बकायेदारों पर एक्शन लिया जा रहा है. चल अचल संपत्तियों की कुर्की के नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं.

नोटिस के बाद भी नहीं जमा कर रहे थे पैसा: कुछ करदाता ऐसे भी हैं जो नोटिस और टीम के कहने के बाद भी बकाया धनराशि जमा नहीं कर रहे हैं. पिछले दिनों ऐसे भवन स्वामियों की कुर्की की कार्रवाई नगर निगम ने शुरू की थी, इसके बाद कुछ लोगों ने बकाया टैक्स की अदायगी की थी. अब 200 भवन नगर निगम के टैक्स विभाग के टारगेट पर है जिन्होंने बकाया बिल जमा नहीं किया है. इनको कुर्की के नोटिस दिए गए हैं.

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