Allahabad: अदालत मेले के रूप में लगी लोक अदालत में 1 लाख मुकदमे निबटे

"सुबह दीवानी सभागार में जिला जज व विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष संजीव कुमार ने लोक अदालत का शुभारंभ किया"

Update: 2024-12-28 06:15 GMT

इलाहाबाद: विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित वर्ष की अंतिम लोक अदालत में मेले जैसा नजारा रहा। इस दौरान दीवानी सहित सभी न्यायालयों में सुलह समझौते के आधार पर व प्रीलिटिगेशन के तहत कुल 1 लाख 6954 वादों का निस्तारण कर 31 करोड़ 93 लाख 29 हजार 918 रुपये की राशि जुर्माना व प्रतिकर के तौर पर निर्धारित की गई। सुबह दीवानी सभागार में जिला जज व विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष संजीव कुमार ने लोक अदालत का शुभारंभ किया। इस दौरान सभी न्यायिक अधिकारी व तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे। प्राधिकरण सचिव नितिन श्रीवास्तव ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर पीठासीन अधिकारी वाणिज्यिक न्यायालय विवेक त्रिपाठी, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय रनधीर सिंह, पीठासीन अधिकारी मोटरयान दावा अधिकरण जय सिंह पुंढीर, एडीजे सुरेन्द्र मोहन सहाय, संजय कुमार यादव, ऋषि कुमार, अभिषेक कुमार बागड़िया, पारुल अत्री, रवीश अत्री, नवल किशोर सिंह, प्रदीप कुमार राम, विनय तिवारी, ललिता गुप्ता, नूपुर, ज्ञानेन्द्र सिंह, ज्योति सिंह, अमित कुमार तिवारी, वीरेन्द्र नाथ पाण्डेय, राजीव शुक्ला, अंजू राजपूत, राघवेन्द्र मणि, अशोक कुमार सिंह, सीजेएम शिवम कुमार मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, रेलवे मजिस्ट्रेट शिवांक सिंह आदि तमाम न्यायिक अधिकारीगण मौजूद रहे और वादों की सुनवाई की। इस दौरान सभी न्यायालयों में सुलह समझौते के आधार पर 28600 मुकदमों का निस्तारण कर कुल 3 करोड़ 37 लाख 36 हजार 800 रुपये रुपये वसूले गए। वहीं बैंक संबंधी प्री-लिटिगेशन एवं अन्य के माध्यम से कुल 78200 वादों का निस्तारण कर 142400369 रुपये की राशि दिलाई गई। इस तरह कुल 106954 वादों का निस्तारण कर 31,93,29,918.20 रुपये की राशि तय की गई।

स्थायी लोक अदालत में 18 वादों का किया निस्तारित: स्थायी लोक अदालत द्वारा 18 वाद का निस्तारण कर 777700 रुपये की राशि तय की गई। वहीं जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा 08 वाद का निस्तारण कर 3469409 रुपये की राशि तय की गई। प्रीलिटिगेशन में वैवाहिक वाद में 128 वादों का निस्तारण किया गया और 24 परिवार साथ साथ गये।

63 परिवारों को जोड़ा गया: इस दौरान परिवार न्यायालयों में 63 जोड़ों को जोड़ा गया और कुल 302 वाद निस्तारित किए गए। कार्यक्रम में परिवार न्यायालय के काउंसलर योगेश सारस्वत, योगेश शंकर भारद्वाज, अनीता गर्ग, यतेंद्र कुमार, मेडिएटर योगेंद्र उपाध्याय, नरेंद्र कुमार, शबनम फातिमा, सुमन वर्मा, पेशकार रीडर सौरभ चौधरी, लिपिक सत्येंद्र कुमार, संजीव कुमार, महेंद्र स्वरूप, बनवारी लाल, अजय कुमार भी उपस्थित रहे। सभी जोड़ों को माला पहनाकर और मिष्ठान खिलाकर हंसी-खुशी से प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता में विदा किया गया।

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