Aligarh: थैरेपी में गर्दन की हड्डी टूटने से बीमार पूर्व विधायक पुत्र की मौत
इकलौते बेटे की मौत पर परिवार में कोहराम मचा
अलीगढ़: धौर्रा इलाके का कथित शेरवानी फिजियोथैरेपी सेंटर (एसएस हरबल थेरेपी सेंटर) में उपचार से बीमार हुए टूंडला के पूर्व विधायक के इकलौते बेटे की पांच माह बाद मौत हो गई. थैरेपी के दौरान युवक की गर्दन की हड्डी टूट गई थी. तभी से वह बिस्तर पर था. तमाम प्रयास व उपचार के बाद भी डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए थे. इकलौते बेटे की मौत पर परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
फिरोजाबाद के टूंडला चौराहा निवासी भाजपा नेता व पूर्व विधायक शिव सिंह चक के बेटे सुमित को पीठ में दर्द व सर्वाइकल की शिकायत पर नौ जुलाई को कथित शेरवानी फिजियोथैरेपी सेंटर पर लाया गया था. यहां सेंटर पर मौजूद डॉ. आसिफ, डॉ. शेरवानी व डॉ. रफीकुल्ला ने सुमित को लिटाकर हाथ-पांव पकड़े और गर्दन में गमछा डालकर खींचना शुरू किया. जब पूर्व विधायक ने विरोध किया तो डॉक्टरों ने बाहर जाने की हिदायत दी. इसी बीच सुमित के हाथ पैर आदि अंगों ने हिलना-डुलना तक बंद कर दिया. यह देख डॉक्टर धमकाते हुए भाग गए. इस पर पुलिस बुला ली गई. सुमित को आगरा ले जाया गया. वहां बताया कि सुमित की गर्दन की हड्डी टूट गई है. वहां कुछ दिन उपचार के बाद डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए तो पूर्व विधायक अपने बेटे को घर ले गए. घर में ही विशेष आईसीयू बनवाकर उपचार चल रहा था. मगर तमाम प्रयास के बाद भी सुबह सुमित ने टूंडला में ही दम तोड़ दिया. इस संबंध में पूर्व विधायक ने स्थानीय अधिकारियों को सूचना दे दी है. इधर, बेटे की मौत पर शिव सिंह चक ने बताया कि यह उनका इकलौता बेटा था. उसके दो छोटे बच्चे हैं. बेटे को बचाने के लिए उन्होंने बहुत प्रयास किए. मगर सफल नहीं हो सके. परिवार में कोहराम के हालात हैं. बेटी व बहू की हालत बेहद खराब है.
अब चोरी छिपे संचालन की खबर बेशक इस प्रकरण के बाद यह कथित सेंटर बंद है. आरोपी जमानत पर आ गए हैं. खबर है कि यह सेंटर अब चोरी छिपे एफएम टॉवर इलाके में कहीं दुकान में चलाया जा रहा है.
तगड़ा था इस सेंटर का ऑनलाइन प्रचार: यह कथित थेरेपी सेंटर लंबे समय से इस इलाके में चल रहा था. इसका ऑनलाइन प्रचार भी जोर शोर पर था. सोशल मीडिया पर तरह तरह के लुभावने प्रचार पोस्ट अक्सर आते थे और खुद थेरेपी करते हुए डॉक्टर दिखाते व दावे करते थे. सुमित भी ऑनलाइन प्रचार देख पिता से जिद कर यहां आया था. वाकये के बाद जब टीम आई तो यहां बिहार, पूर्वी यूपी, दिल्ली व हरियाणा तक के दो दर्जन मरीज मिले थे.