आगरा विकास प्राधिकरण ने 26 दुकानों के आवंटन निरस्त किए
29 आवासीय आवंटियों को तक धनराशि का जमा कराने का अल्टीमेटम दिया गया
आगरा: विकास प्राधिकरण से भवन, भूखंड और दुकान आवंटित कराने के बाद बकाएदारी का भुगतान न करने वालों के खिलाफ प्राधिकरण ने सख्ती शुरू कर दी है. शहर की अलग-अलग योजनाओं में 26 दुकानों का आवंटन निरस्त कर दिया है. इसके साथ ही शास्त्रत्त्ीपुरम और ताजनगरी फेस दो योजना के करीब 29 आवासीय आवंटियों को तक धनराशि का जमा कराने का अल्टीमेटम दिया गया है.
विप्रा के अधिकारियों के मुताबिक प्राधिकरण ने अलग-अलग योजनाओं में दुकानों का आवंटन किराएदारी पर किया है. आवंटी वर्षों से किराए अदा नहीं कर रहे हैं. एक लाख से अधिक के बकाएदारों को पहले नोटिस जारी किया था. इसके बाद भी उन्होंने किराया जमा नहीं किया. विकास प्राधिकरण से दो लाख रुपये से अधिक के 26 बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई की. उन पर करीब 1.87 करोड़ रुपये की देनदारी बन रही थी. निरस्त की गई दुकानों में वेस्ट ईदगाह में पांच, तोता का ताल में तीन, जीवनी मंडी में चार क्योस्क, जयपुर हाउस में एक गैरिज और तीन दुकान और शिवाजी नगर में दुकानों का आवंटन निरस्त किया है. इन संपत्तियों को प्राधिकरण दोबारा से नीलाम करेगा और बकाया धनराशि प्राप्त करने के लिए आवंटियों के खिलाफ आरसी जारी की जाएगी.
ओपीडी में 60 से ज्यादा पेट के मरीज: गर्मी बढ़ते ही सीजन के रोग हमलावर हो गए हैं. सबसे बुरी पेट पर बीत रही है. बच्चों से लेकर बड़ों तक डायरिया का प्रकोप है. साथ ही हीट स्ट्रोक के मरीज भी आने लगे हैं. सीजन का वायरल भी साथ चल रहा है.
एसएनएमसी की ओपीडी में सबसे ज्यादा पेट के मरीज आए. यहां कुल 793 मरीजों को देखा गया, इनमें से 60 फीसदी लोगों को दस्त की शिकायत रही. छोटे बच्चों को बुखार के साथ दस्त की दिक्कतें ज्यादा हैं. दूसरे नंबर पर हड्डी रोग विभाग में 431 मरीज देखे गए. इनमें हादसों में घायल, जोड़ों में दर्द आदि के ज्यादा मामले हैं. तीसरे नंबर पर सर्वाधिक 300 मरीज त्वचा रोग विभाग में आए. ओपीडी में 3385 मरीज देखे गए.