कोविशील्ड और को-वैक्सीन के बाद लगेगा अब जाइकोव-डी टीका, बिना सुई चुभोए शरीर में पहुंचेगा टीका
कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों को कोविशील्ड और और को-वैक्सीन के साथ अब जायकोव-डी का भी टीका लगेगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों को कोविशील्ड और और को-वैक्सीन के साथ अब जायकोव-डी का भी टीका लगेगा। जायकोव डी टीके की यह खासियत है कि ये दर्द रहित है। यानी बिना सुई चुभोए ही लोगों को टीका लग जाएगा।
महामारी से बचाव के लिए जायडस कैडिला कंपनी ने जायकोव-डी नाम की यह तीसरी वैक्सीन तैयार की है, जो नए साल से लोगों को लगाई जाएगी। बनारस में 1.06 लाख लोगों को जायकोव-डी का टीका लगाया जाएगा। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने कहा किअगले सप्ताह स्वास्थ्यकर्मियों को इसके लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इसको लेकर सीएमओ कार्यालय में डब्ल्यूएचओ ने एक डेमो भी दिया है।
तीन डोज लेनी होगी वैक्सीन
जायकोव-डी टीका पहली डीएनए वैक्सीन है। यह न सिर्फ कोरोना बल्कि अन्य किसी भी बीमारी से भी सुरक्षा करेगी। कोविशील्ड और को-वैक्सीन दो-दो डोज लग रही है, लेकिन जायकोव की तीन डोज लगानी पड़ेगी। पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी और 56 दिन बाद तीसरी डोज लगाई जाएगी।
बिना सुई शरीर में पहुंचेगा टीका
आरोग्य भारती काशी प्रांत के अध्यक्ष एवं कोविड रोग विशेषज्ञ डॉ. इंद्रनील बसु ने बताया कि इस वैक्सीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे बिना सुई की मदद से फार्माजेट एप्लीकेटर से लगाया जाएगा। इससे साइड इफेक्ट के खतरे कम होते हैं। बिना सुई वाले इंजेक्शन में दवा भरी जाती है, फिर उसे फार्माजेट एप्लीकेटर में लगाकर बांह पर लगाया जाता है। मशीन पर लगे बटन को क्लिक करने से टीका त्वचा के छिद्र से शरीर में पहुंच जाता है। इससे लोगों को चुभन, दर्द नहीं होता है। यह उन लोगों के लिए अच्छी साबित होगी जो सुई का जरा सा भी दर्द सहन नहीं कर पाते हैं। डॉक्टरों की माने तो इससे इंफेक्शन का खतरा भी काफी कम होगा।