लखनऊ न्यूज़: राजधानी में एक दंपति ने राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (आरएमएलआईएमएस) में अपना बच्चा बदले जाने का आरोप लगाया है। दंपति ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों ने उनके बच्चे को एक लड़की से बदल दिया और नवजात लड़की को उन्हें सौंपने से पहले 1,200 रुपये की रिश्वत भी ली। इस मामले को लेकर आरएमएलआईएमएस प्रशासन ने आरोप से इनकार किया है और रिश्वत के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं।
प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रमुख प्रोफेसर स्मृति अग्रवाल को दी गई शिकायत में कमल कुमार रावत ने कहा कि उनकी पत्नी रेशम रावत ने 9 दिसंबर को अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया था। डिलीवरी के बाद उन्हें जो पेपर मिला, उस पर 'ब्वॉय' लिखा हुआ था। लेकिन वहां के कर्मचारियों ने बाद में नवजात को एक बच्ची से बदल दिया और 'बॉय' शब्द को हटा दिया।
रावत ने शिकायती पत्र में कहा, मैं अपना बच्चा वापस चाहता हूं. हालांकि, अधिकारियों ने दस्तावेजों की पुष्टि करने के बाद बच्चे की अदला-बदली के आरोप से इनकार किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में केवल एक ओटी है और प्रसव के समय वहां मौजूद डॉक्टरों और कर्मचारियों ने पुष्टि की है कि महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है और केवल एक को छोड़कर सभी दस्तावेजों में यही उल्लेख किया गया है। आरएमएलआईएमएस की प्रवक्ता निमिषा सोनकर ने कहा, जांच के आदेश दे दिए गए हैं, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।