5 हज़ार दिव्यांग उद्यमियों ने पीएम के जन्मदिवस पर लिया संकल्प

Update: 2023-09-17 15:25 GMT
वाराणसी। 17 सितंबर को पूरे भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिवस धूमधाम से मनाया गया। लेकिन वाराणसी के दिव्य कला मेले में जुटे दिव्यांग उद्यमियों ने इस जन्मदिवस पर एक खास संकल्प लेकर सबको आकर्षित किया। पीएम मोदी के विकसित भारत के सपने में सरकार के साथ-साथ गैर सरकारी संगठन भी जुट गये हैं और इसमें समाज के दिव्यांग वर्ग का योगदान भी महत्त्वपूर्ण होने जा रहा है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत गैर सरकारी संस्था आइडिया- सक्षम द्वारा समर्थित ऐसे 5 हज़ार दिव्यांग उद्यमी भी भारतीय अर्थव्यवस्था में अपना योगदान देकर देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में समर्पित होने का संकल्प ले रहे हैं।
रविवार को वाराणसी के टाउन हॉल में चल रहे “दिव्य कला मेले” में आईडिया-सक्षम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर वाराणसी के 20 दिव्यांग जनों को “सीड ग्रांट” देकर उनका स्वरोजगार प्रारंभ करवाया। पीएम के जन्मदिवस मनाने को लेकर आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों दिव्यांगजन शामिल हुए और मोदी के दिव्यांग कल्याणकारी योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्हें आधुनिक युग का विश्वकर्मा बताया। प्रधानमत्री मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” से प्रेरणा लेकर प्रारंभ हुए इस अभियान में अब तक देश के विभिन्न हिस्सों में 750 से अधिक दिव्यांग जन अपना व्यवसाय शुरू कर स्वावलंबी बनने की राह पर आगे बढ़ चुके हैं।
वाराणसी के “दिव्य कला मेले” में अपने व्यवसाय की शुरुआत करने वाले इन 20 दिव्यांग जनों ने आइडिया-सक्षम के बच्छांव में स्थित ‘दिव्यांगजन स्पोक सेण्टर’ में आयोजित तीसरे बैच का पांच दिवसीय प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया है। आईडिया संस्था के साथ जुड़े पूरे भारत से सैकड़ों दिव्यांग उद्यमियों ने भारत को विश्व की समावेशी राजधानी बनाने के लिए अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजी हैं। इसके साथ-साथ, आईडिया ने 17 सितंबर को एक दिवसीय ऑनलाइन कैम्पेन का भी आयोजन किया, जिसमें हजारों लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। साथ ही दिव्यांगजनों ने प्रधानमंत्री जी को अपने हाथों से जन्मदिन के कार्ड बनाकर पीएम के आवास पर भेजे हैं।
आईडिया-सक्षम के संस्थापक एंव सीईओ मल्लिकर्जुना आइथा ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को स्वावलंबी बनाने के अभियान में देश के दिव्यांग जन उद्यमी बनकर समाज के सामने हाथ फ़ैलाने वाले से रोजगार देने वाला बनकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहे हैं। आइडिया- सक्षम संस्था भी पीएम के “विकसित भारत” के विजन में दिव्यांग जनों को सशक्त कर आगे बढ़कर योगदान देने के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। आइडिया का लक्ष्य 2028 तक देशभर में 5 हज़ार दिव्यांग उद्यमियों को खड़ा करना है, जिनके जरिए देश के एक लाख लोगों को रोजगार मिलने के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था में दिव्यांग वर्ग का भी योगदान सुनिश्चित हो रहा है।
आईडिया के सीईओ मल्लिकर्जुना आइथा ने आगे बताया, कि आईडिया- सक्षम ने देश के विभिन्न हिस्सों में अब तक 6 दिव्यांगजन इन्क्यूबेशन केंद्र की स्थापना की है, जिसमें ऐसे दिव्यांगजनों को सहयोग किया जाता है, जो अपना स्वरोजगार करना चाहते है या अपने छोटे उद्यम को आगे बढ़ाना चाहतें हों। ऐसे दिव्यांग जनों के बैच बनाकर उन्हें 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाता है। उसके बाद उन्हें सीड ग्रांट की धनराशी देकर उनका उद्यम शुरू करवाया जाता है। उद्यम शुरू होते ही उन्हें मार्किट से जोड़कर उनके उद्यम को आगे बढ़ाने का काम भी आईडिया की टीम करती है। कार्यक्रम में उपस्थित आईडिया-सक्षम के प्रोग्राम डाइरेक्टर निखिल वर्मा ने बताया कि आज पीएम के जन्मदिवस के अवसर पर देश के सैकड़ों दिव्यांग जनों ने साथ मिलकर प्रधानमंत्री की दिव्यांग कल्याण नीतियों पर चर्चा की और उन्हें शुभकामनाएं संदेश के बजाय शुभकामना संकल्प प्रेषित किया है। जिसमें दिव्यांग जनों ने पीएम के विकसित भारत के विजन के लिए आज से ही जुटकर देश की अर्थव्यवस्था को समृद्ध करने का संकल्प लिया गया है.
आइडिया संस्था का प्रयास देशभर के दिव्यांग जन उद्यमियों का एक नेटवर्क स्थापित करना है, ताकि सभी दिव्यांग उद्यमी एक दूसरे के सहयोग से आगे बढ़ सकें। दिव्यांगजन को स्वावलम्बी एवम सशक्तिकरण के लिए सतत प्रयास में आइडिया की सहयोगी सस्न्थाएं एस. बी. आई. फाउंडेशन, आर. आई. एस. टी. और द हंस फाउंडेशन की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। आइडिया से जुड़ने के लिए दिव्यांग जन वाराणसी के बच्छांव गांव स्थित दिव्यांग जन स्पोक सेंटर पर सम्पर्क कर सकते हैं या inclusivedivyangjan@gmail.com पर मेल भी कर सकते हैं. केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता द्वारा 15 से 23 सितम्बर तक आयोजित इस दिव्य कला मेले में आईडिया-सक्षम के भी कई दिव्यांग उद्यमियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे है। दिव्य कला मेले का इदेश्य देश भर के दिव्यांग कारीगरों , शिल्पकारों और हस्त्कारों के उत्पादों और शिल्प कौशल का बढ़ा मंच प्रदान करना है मेले में प्रतिदिन दिव्यांगजनों के द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केद्र बना हुआ है ।
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